हथुआ (गोपालगंज). हथुआ प्रखंड की सिंगहा पंचायत की ग्राम कचहरी में शुक्रवार को आयोजित महापंचायत ने फरमान जारी किया कि आज के बाद एक भी छात्रा जींस पहन कर स्कूल में देखी गयी, तो उनके अभिभावक को महापंचायत में उपस्थित होकर इसका जवाब देना होगा. ऐसा करनेवाली लड़कियों को स्कूल से निकाल दिया जायेगा. यह फैसला पंचायत की मुखिया के नेतृत्व में सरपंच की मौजूदगी में लिया गया और वहां हजारों की भीड़ मौजूद थी.
जिला प्रशासन कहना है कि जांच में मामला सही पाया गया, तो कार्रवाई की जायेगी. सुबह लोग अभी बिछावन छोड़ कर उठे ही थे कि मुखिया और सरपंच का बुलावा आ चुका था. लोग जैसे-तैसे महापंचायत में पहुंच गये, जहां मुखिया कृष्णा चौधरी और सरपंच विभय श्रीवास्तव ने मौजूद लोगों से बातचीत कर बात पर सहमति बनायी कि पंचायत की युवतियां अब जींस पहन कर स्कूल और कॉलेज में नहीं जायेंगी. महापंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया और जींस पहनने पर पाबंदी लगा दी.
कमेटी बनाने का निर्णय
महापंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पंचायत के हर गांव में इस निर्णय के अनुपालन के लिए गांव के युवाओं और बुजुर्गों की एक कमेटी गठित की जायेगी. यह कमेटी गांव के बेटियों के पहनावे और उनके आचरण की निगरानी करेगी. राज सिंगहा पंचायत के मुखिया कृष्णा चौधरी ने बताया कि महापंचायत में आम राय से यह निर्णय लिया गया है, ताकि लड़कियां बाहर सुरक्षित रहें. भड़काऊ कपड़ा पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है, ताकि आधी आबादी पर पश्चिमी संस्कृति प्रभावी न हो.
‘‘महापंचायत के फरमान की जानकारी प्रशासन को नहीं है. अगर ऐसा फैसला हुआ है, तो यह तुगलकी फरमान है. इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी. किसी की स्वतंत्रता को पाबंद करना गैर कानूनी है.
कृष्ण मोहन, जिलाधिकारी