पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आधार कार्ड बनवाने में बिचौलियों से सतर्क रहने की अपील की है. शुक्रवार को स्टेट रजिस्ट्रार की ओर से आधार कार्ड निर्माण की शुरुआत करते हुए कहा कि हर व्यक्ति का आधार कार्ड बनवाना आवश्यक है. पर, इसमें यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि चालाक आदमी इसका लाभ नहीं उठा सके. इसके निर्माण में सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि किसी का फोटो और किसी के नाम से गलत कार्ड तैयार नहीं हो जाये.
उन्होंने कहा कि राज्य की आबादी करीब 11 करोड़ हैं. अब तक महज सवा दो करोड़ का आधार कार्ड तैयार हुआ है. मार्च, 2015 तक साढ़े आठ करोड़ से अधिक लोगों का आधार कार्ड बनाना है. इसमें गलत कार्ड बनने की आशंका बनती है. आधार कार्ड के लिए ग्रामीण विकास विभाग को नोडल एजेंसी बनाते हुए स्टेट रजिस्ट्रार बनाया गया है. समारोह में मुख्यमंत्री ने अपना आधार कार्ड बनवा कर इसकी शुरुआत की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन कार्ड, बीपीएल सूची आदि के निर्माण में बहुत सावधानी बरती गयी, पर इसमें वांछित फल नहीं मिला. इनमें भी शिकायत मिलती है. जो लोग इस कार्य में लगाये जाये, उनकी जिम्मेवारी होगी कि लोगों को जागरूक करे. जनता को समझना-समझाना आवश्यक है. हर नागरिक को पहचान की आवश्यकता है. विदेशों में मजदूर जाते हैं और सही वीजा नहीं रहने के कारण वहां पर प्रताड़ना के शिकार हो जाते हैं. बैंक हो या विभिन्न निजी व सरकारी कार्यालय, पहचान की आवश्यकता होती है. आधार कार्ड निर्माण के बाद ऐसी परेशानी नहीं होगी.
मार्च तक आठ करोड़ लोगों का बनेगा आधार कार्ड इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र ने बताया कि यूआइडी व आधार कार्ड का निर्माण पूर्व से राज्य में चल रहा था. अब ग्रामीण विकस विभाग को स्टेट रजिस्ट्रार बना दिया गया है. मुख्यमंत्री का पहला पंजीकरण कर योजना की शुरुआत की गयी है. अभियान के पहले चरण में स्कूल, हाइस्कूल, कॉलेज और विवि के सभी विद्यार्थियों का पंजीकरण कर आधार कार्ड तैयार किया जायेगा. इसके अलावा शहरों में कार्यालयों, मीडिया हाउसों, कलेक्ट्रिएट जैसे स्थलों में आधार कार्ड बनाया जायेगा. साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र, प्रखंड, पंचायत व वार्डो में पंजीकरण के लिए सेंटर स्थापित किये जायेंगे. प्रखंड़ों में स्थायी पंजीकरण का सेंटर स्थापित किया जायेगा. मार्च, 2015 तक करीब आठ करोड़ लोगों का पंजीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है. पूर्व से चल रहे आधार पंजीकरण के तहत 22 फीसदी नागरिकों का ही पंजीकरण हुआ है. उन्होंने बताया कि आधार कार्ड के साथ बैंक का खाता होना आवश्यक है. वित्त विभाग से इसके लिए अनुरोध किया जायेगा कि सभी बैंकों को इसके लिए निर्देश जारी करे. उसके बाद ही इसका सही लाभ नागरिकों को मिलेगा.
एक सप्ताह में होगा एजेंसी का चयन
ग्रामीण विकास सचिव एसएम राजू ने बताया कि आधार कार्ड निर्माण के बाद मनरेगा, एससी-एसटी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और खाद्य सुरक्षा के लाभार्थी को जोड़ा जायेगा. मार्च तक सभी नागरिकों का आधार कार्ड निर्माण के लिए हर दिन आठ-नौ लाख नागरिकों के कार्ड तैयार करने की आवश्यकता होगी. फिलहाल 28 जिलों में इसके लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है. एक सप्ताह में सभी जिलों के लिए एजेंसियों का चयन कर लिया जायेगा. समारोह में जीविका की निदेशक एन विजय लक्ष्मी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार यूआइडी के प्रतिनिधि देवशंकर, अपर सचिव प्रमोद कुमार बिहारी, आधार कार्ड की नोडल पदाधिकारी कंचन बाला सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे.