पटना: राज्य में सूचना व प्रौद्योगिकी के माध्यम से अब मीटर रीडिंग, बिलिंग व राजस्व वसूली का काम होगा. बिजली चोरी रोकने के लिए वितरण ट्रांसफॉर्मर व फीडर में मीटर लगेगा, ताकि बिजली उपलब्धता के साथ खपत के बारे में सही जानकारी मिल सके.
राज्य के 71 शहरों में रीस्ट्रर एक्सीलेरेटेड पावर डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म प्रोग्राम (आरएपीडीआरपी) पार्ट-ए योजना से ऊर्जा के क्षेत्र में होनेवाले कार्य का उद्घाटन मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने किया. मुख्य सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य सचिव ने नॉर्थ बिहार में हाजीपुर से इसकी शुरुआत की.
उन्होंने बिजली चोरी को रोकने के लिए छापामारी करने का निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने कहा कि बिजली खपत के अनुसार राजस्व वसूली होनी चाहिए. बिजली चोरी पर अंकुश लगाने, बकायेदारों के बिजली काटने का अभियान जारी रखा जाये. कार्य संतोषजनक नहीं होने पर वहां खामियों को दूर कर काम कराने के लिए कहा गया. मौके पर ऊर्जा सचिव प्रत्यय अमृत ने योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी. बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी के एमडी संजय कुमार, साउथ बिहार पावर वितरण कंपनी के एमडी पलका साहनी व नार्थ बिहार पावर वितरण कंपनी के एमडी बालामुरूगन डी उपस्थित थे.