पटना: देश के कई राज्यों में कुछ नॉन बैंकिंग कंपनियां ऐसी हैं, जो सिर्फ ‘पोंजी स्कीम’ (वैसी वित्तीय योजनाएं जिन्हें सिर्फ ठगी के मकसद से एनबीसी चलाती हैं) के जरिये लोगों से पैसे ठगने का काम करती हैं.
इन कंपनियों को कलेक्टिव इनवेस्टमेंट स्कीम की श्रेणी में रखा जाता है. ऐसी कंपनियों के वित्तीय मामलों के लेन-देन की मॉनीटरिंग सेबी करता है. सेबी ने सिर्फ सीआइएस के तहत काम करनेवाली 51 एनबीसी को ब्लैकलिस्टेड किया है. इन कंपनियों में लोगों को पैसा जमा नहीं करने या जमा पैसे को जल्द निकाल लेने की सलाह दी है. इससे पहले भी 72 फर्जी एनबीसी कंपनियों की सूची जारी की गयी थी, लेकिन इसमें सीआइएस,शेयर या डिवेंचर्स और अन्य सभी तरह से ठगी करने वाली कंपनियों का नाम था. इस बार की सूची में सिर्फ सीआइएस वाली कंपनियों का नाम है.
फर्जी कंपनियों की सूची
सन प्लांट एग्रो लिमिटेड, एनजीएचआइ डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड, एमपीएस ग्रीनरी डेवलपर्स लिमिटेड, नाइसर ग्रीन फॉरेस्ट लि, मैत्रेय सर्विस प्राइवेट लि, ओसियंस कोन्नोआयर्स ऑफ आर्ट लि, श्रद्धा रियलिटी इंडिया लि, केन इन्फ्राटेक लि, अल्केमिस्ट इन्फ्रा रियलिटी लि, सुमंगल इंडस्ट्रीज लि., एचबीएन डेयरीज एंड एलाइड लि, साई प्रसाद फूड लि, साई प्रसाद प्रोपर्टीज लि, मैत्रेय प्लॉटर्स एंड स्ट्रक्चर्स प्राइवेट लि, एमवीएल लिमिटेड, समरुद्धा जीवन फूड्स इंडिया लि, सर्वहित हाउसिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडिया लि, ओरियेंट रिसॉर्ट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य हैं.