पूर्णिया: करीब 39 दिनों से अपने बेटे से अलग रही मां सुलेखा देवी व उसके पिता संजीव रविवार की शाम पूर्णिया से पटना के लिए रवाना हो गये. दोनों के चेहरे पर अपने बेटे से मिलने की खुशी साफ-साफ झलक रही थी. गौरतलब है कि अर्थाभाव के कारण दंपती ने अपने नवजात को 39 दिनों पहले पटना के कंकड़बाग स्थित आस्था लोक अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया था. पूर्णिया में नवजात के जन्म होने के बाद उसे मलद्वार नहीं था.
चिकित्सकों ने उसे पटना ले जाकर ऑपरेशन कराने की बात कही थी. इस ऑपरेशन में उन्हें यहां बताया गया था कि 25-30 हजार रुपये में ऑपरेशन हो जायेगा, लेकिन पटना पहुंचने पर वहां उनसे ऑपरेशन के लिए मोटी रकम मांगी गयी थी. पति-पत्नी ने अपने नवजात को पटना के अस्पताल में भरती करा कर पैसों की जुगाड़ करने की बात बता पूर्णिया लौट गये थे.
प्रभात खबर की रहूंगी आभारी : सुलेखा
रविवार की शाम पूर्णिया से पटना रवाना होने से पहले संजीव व सुलेखा देवी ने बड़े करुण स्वर में कहा कि वे अपने कलेजे के टुकड़े को लाने पटना जा रहे हैं. प्रभात खबर ने उनके बेटे के जिंदा होने की खबर अखबार में प्रकाशित कर पुनीत कार्य किया है. अखबार के माध्यम से ही उन्हें बेटे की खबर मिली. बेटा मिल जाये और उन्हें कुछ भी नहीं चाहिए. दंपती ने कहा कि इसके लिए वे दोनों प्रभात खबर की आभारी रहेंगे.