पटना: 40 साल के बाद लोगों नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग करानी चाहिए. बीपी, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल, स्मोकिंग व नियमित व्यायाम नहीं करना हार्ट अटैक के प्रमुख कारण हैं. देखा गया है कि हार्ट अटैक होने के बाद जब मरीज को अस्पताल लाया जाता है, तो उनमें से अधिकतर को बीपी या मधुमेह रहता है. उसकी जानकारी मरीज को नहीं रहती है.
ये बातें बुधवार को हार्ट फेल्योर दिवस पर आयोजित प्रेस वार्ता में हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ यूसी शामल ने कहीं. उन्होंने कहा कि हार्ट रोग के प्रति जागरूकता कम होने के कारण कम उम्र में भी आर्ट अटैक की घटनाएं बढ़ गयी हैं.
डॉ बीपी सिंह ने कहा कि भाग-दौड़ की जिंदगी में लोगों का रहन-सहन पूरी तरह से बदल गया है. लोगों कुछ भी खाते हैं और किसी तरह से जीते हैं. इसके कारण भी हार्ट रोगी बढ़ रहे हैं. मौके पर डॉ निशांत त्रिपाठी मौजूद थे.