पटना: गैस सब्सिडी का लाभ लेने के लिए गैस उपभोक्ताओं को अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है. स्कीम का लाभ लेने के लिए गैस कंपनियों ने अतिरिक्त समय भी दिया है.
एक जनवरी, 2015 के बाद से भले ही यह स्कीम पटना समेत पूरे प्रदेश में लागू हो रहा है. लेकिन इसके बाद भी फॉर्म नहीं भरने वालों को सब्सिडी रेट (442.50 रुपये, दर में बदलाव नहीं होने पर) पर गैस मिलता रहेगा. जो फॉर्म भर देंगे, उनका सब्सिडी का पैसा बैंक एकाउंट में जायेगा. दरअसल, डीबीटीएल को लेकर भ्रम की स्थिति है. उपभोक्ताओं को लग रहा है कि फॉर्म नहीं भरने पर एक जनवरी के बाद से बाजार दर ही गैस खरीदना होगा, जबकि ऐसा नहीं है.
कई लोगों ने जरूरत न रहने पर भी बुकिंग कर दी है. नतीजा यह हुआ है कि गैस एजेंसी में बैकलॉग काफी बढ़ गया है. हर एजेंसी बुकिंग के सात से 10 दिनों में गैस सप्लाइ कर रही है, जबकि सामान्य स्थिति रहने पर बुकिंग के दो से चार दिनों में गैस सप्लाइ होती थी. एक अप्रैल, 2015 से सभी ग्राहकों को बाजार दर पर गैस खरीदना होगा. मंत्रलय ने फिर भी ग्राहकों को एक और मौका दिया है. एक अप्रैल से 30 जून, 2015 तक फॉर्म नहीं भरने पर सब्सिडी का पैसा कंपनी के पास जमा रहेगा. अगर ग्राहकों ने फॉर्म भर कर जमा कर दिया तो, सब्सिडी का पैसा ग्राहकों के खाते में आ जायेगा. लेकिन फॉर्म जमा नहीं करने पर यह पैसा लैप्स कर जायेगा.
बिना आधार कार्ड वालों को भी मिलेगी सब्सिडी
पटना. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने रसोई गैस के सब्सिडी का पैसा उपभोक्ताओं को देने की चल रही तैयारी की समीक्षा की. समीक्षा बैठक में शामिल खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव हुकुम सिंह मीणा और वित्त विभाग के प्रधान सचिव रामेश्वर सिंह शामिल थे. बैठक में लिए गये निर्णय के बारे में सचिव हुकुम सिंह मीणा ने बताया कि जिस उपभोक्ता के पास आधार कार्ड है, उन्हें फार्म एक और दो जमाकर बैंक से जोड़ दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि वैसे उपभोक्ताओं को सब्सिडी की राशि उपभोक्ता के खाते में जमा होगी.
मीणा ने बताया कि वैसे उपभोक्ताओं को भी सब्सिडी की राशि मिलेगी जिन्हें आधार कार्ड नहीं है. उन्होंने कहा कि वैसे उपभोक्ताओं के सब्सिडी की राशि बैंक खाता में दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि जनवरी तक इसे लागू करने का निर्देश जारी किया गया था, पर राज्यों को तीन माह का ग्रेस दिया गया है. ऐसे में हरहाल में मार्च तक राज्य में इसे लागू कर दिया जायेगा.