पटना: चाईबासा जेल ब्रेक की घटना होने के बाद सिटी एसपी शिवदीप वामन राव लांडे बुधवार को बेऊर जेल पहुंचे और वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कई कमियां पायीं और जेल अधीक्षक को उन कमियों को दूर करने का निर्देश दिया. सिटी एसपी ने जेल के अंदर जाकर उस सेल की सुरक्षा व्यवस्था भी देखी, जिसमें सबसे अधिक नक्सली बंद हैं.
इसके अलावा जेल के बाहर व गेट पर तैनात सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया. उन्होंने पाया कि सुरक्षा के लिए बीएमपी के जवान नहीं हैं. पहले ये जवान लोकसभा चुनाव के दौरान तैनात किये गये थे, लेकिन फिर हटा लिये गये थे. उन्होंने तुरंत ही वहां बीएमपी के जवानों को तैनात करने का निर्देश दिया. इसके बाद जेल अधीक्षक से बंदियों को कोर्ट ले जाने और वहां से लाने की व्यवस्था की जानकारी ली और कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. उन्होंने यह भी जाना कि बेऊर जेल से कोर्ट जानेवाले वाहनों की क्या स्थिति है और उनमें सुरक्षा की क्या व्यवस्था है.
कैदी वाहनों में लगेंगे वायरलेस
सिटी एसपी ने अधीक्षक को हर कैदी वाहन में वायरलेस की सुविधा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया, ताकि वे अपना लोकेशन हमेशा देते रहे. स्थानीय पुलिस को भी इससे यह जानकारी मिलेगी कि कैदी वाहन उनके थाना क्षेत्र से गुजर रहा है. सिटी एसपी ने अपने निरीक्षण के दौरान यह भी पाया कि कैदी वाहन को लेकर पुलिसकर्मी एक ही रूट से जाते और आते हैं. उन्होंने कैदियों को न्यायालय ले जाने व फिर जेल लाने के दौरान रूट डायवर्ट करने का भी निर्देश जारी किया. सिटी एसपी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए वे बेऊर जेल गये थे. कुछ कमियां थीं, जिन्हें पूरा कर लिया गया.