पटना: गुरु के पूर्व में उदित होते ही बुधवार से शहर में बैंड-बाजों व शहनाई की धुन सुनायी देने लगेगी. हालांकि, ये धुन 16 तक ही सुनायी देंगी. 16 जुलाई के बाद सूर्य के दक्षिणायन में आते ही सभी मांगलिक कार्य बंद हो जायेंगे.
फिर पांच माह का लगेगा ब्रेक
16 जुलाई की रात्रि दो बज कर 25 मिनट पर कर्क राशि में सूर्य की संक्रांति होगी. इस दिन से सूर्य दक्षिणायन हो जायेंगे. शास्त्रनुसार सूर्य के दक्षिणायन होने व गुरु का अस्त होना शुभ नहीं माना गया है. इन दोनों स्थितियों में विवाह व मुंडन जैसे कोई शुभ कार्य नहीं होंगे.
सूर्य कादक्षिणायन होने की स्थिति हरिशयनी एकादशी व उत्तरायण होने की स्थिति में देवोत्थान एकादशी के रूप में प्रचलित है. माना जाता है कि इस बीच भगवान विष्णु शयन कक्ष में चले जाते हैं. 18 नवंबर को सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होंगे. इस दिन देवोत्थान एकादशी के रूप में तुलसी का विवाह होता है. इसी दिन से शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं.