पटना: दीघा थाने की मिथिला कॉलोनी में 27 नवंबर को नकाबपोश हथियारबंद अपराधियों द्वारा पूर्व सार्जेट मेजर महेंद्र प्रसाद पांडे के आवास में डाका डालने के मामले का पुलिस ने परदाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने शातिर अपराधी संतोष राय (रामजी चक) को गिरफ्तार किया है. तीन अन्य अपराधियों को भी फिलहाल […]
पटना: दीघा थाने की मिथिला कॉलोनी में 27 नवंबर को नकाबपोश हथियारबंद अपराधियों द्वारा पूर्व सार्जेट मेजर महेंद्र प्रसाद पांडे के आवास में डाका डालने के मामले का पुलिस ने परदाफाश कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने शातिर अपराधी संतोष राय (रामजी चक) को गिरफ्तार किया है.
तीन अन्य अपराधियों को भी फिलहाल पुलिस हिरासत में रखा गया है और उन सभी की संलिप्तता का सत्यापन किया जा रहा है. इन अपराधियों के पास से एक सिक्सर, दो देशी पिस्तौल, एके 47 राइफल की दो गोली, पेन पिस्टल की एक गोली, थ्री फिफ्टीन की चार गोली, पांच मोबाइल व लूटे गये जेवरात को बरामद किया गया है. इसके गिरोह में एक दर्जन अपराधी शामिल हैं. गिरोह के अपराधियों के नामों की जानकारी गिरफ्तार संतोष राय ने पुलिस को दी है.
पुलिस ने संतोष के पास से उतने ही जेवर बरामद किये हैं, जो इसे हिस्से में मिले थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार यह गिरोह बिल्कुल नया है और पहले किसी मामले में पकड़ा नहीं गया है. गिरोह में शामिल सभी युवक 25 से 30 वर्ष के हैं. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
टोका तो बना लिया बंधक
पकड़े गये संतोष राय ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते पुलिस को बताया कि वे लोग सात की संख्या में थे और मिथिला कॉलोनी इलाके में ही बैठ कर शराब पी थी. इसके बाद वे लोग लूटपाट की नीयत से वहां से निकले थे. इसी बीच जैसे ही वे लोग महेंद्र प्रसाद पांडे के आवास के पास पहुंचे, तो वे बाहर खड़े थे और उन्होंने हमलोगों को टोका था. इसके बाद उन्हें कब्जे में लेकर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया.
जेवर का किया था बंटवारा
संतोष ने बताया कि वे लोग वहां से दीघा नहर की ओर निकले और फिर वहां पर दस मिनट खड़ा रह कर लूटे गये समानों का आपस में बंटवारा किया. इसके बाद सभी अपने-अपने गंतव्य की ओर चले गये. वह अपने रामजी चक स्थित घर पर चला आया. संतोष को चार गहने मिले थे.
गिरोह के पास हैं एके 47
पुलिस ने संतोष के पास से एके 47 राइफल की गोली समेत पेन पिस्टल बरामद की है. इसका साफ अर्थ है कि इन लोगों के पास एके 47 राइफल व पेन पिस्टल है. पेन पिस्टल का उपयोग ये अपराध की घटना को अंजाम देने के लिए करते होंगे, क्योंकि पेन पिस्टल लेकर शहर में घूमने पर जल्दी पकड़े भी नहीं जायेंगे.