पटना. ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य में दो हजार किमी मिसिंग लिंक है. डीपीआर बनानेवाली एजेंसी ने योजना तैयार करते समय किसी भी गांव की संपर्कता 50 मीटर तो किसी की सौ मीटर छोड़ दी है. इससे गांवों की पूरी संपर्कता नहीं मिल सकी है. इन एजेंसियों से सरकार डीपीआर की राशि वसूल करेगी व प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. इस तरह के डीपीआर में जो भी इंजीनियर दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
अब काम नहीं करेंगे तो सात मंत्री गुजरात से चुनाव लड़ेंगे
पटना. ग्रामीण कार्य व संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने राज्य के सात केंद्रीय मंत्रियों को बयान की जगह राज्य के लिए काम करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि बिहार की मिट्टी में पले-बढ़े और राजनीतिक कैरियर से आगे बढ़े मंत्रियों को आखिर में बिहार से ही चुनाव लड़ना है. अगर बिहार के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया तो उन्हें गुजरात से चुनाव लड़ना होगा.
बिहार से एनडीए में शामिल दलों के मंत्रियों के बयानों पर सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्य के साथ लगातार भेदभाव कर रही है. कई योजनाओं में केंद्र सरकार समय पर राशि जारी नहीं कर रही है. इसका असर राज्य के विकास कार्यो पर दिखने लगा है. आश्चर्य तो यह है कि इस राज्य से केंद्र में मंत्री बने नेताओं पर, जो प्रधानमंत्री पर दबाव डाल कर यहां का वाजिब हक तो नहीं दिखाते पर उलटे यहां आ कर हर दिन दोषारोपण और उलटा बयान दे जाते हैं. उन नेताओं को यह याद रखना होगा कि उनकी जन्मभूमि और कर्मभूमि बिहार हैं. ऐसा नहीं है कि अगले बार उनको चुनाव जीतने के लिए गुजरात जाना पड़े.