पटना: पीएमसीएच में एमबीबीएस की सीटें 100 से बढ़ा कर 150 की गयी हैं. इसको लेकर शुक्रवार को एमसीआइ की टीम ने परिसर का औचक निरीक्षण किया. टीम में डॉ आरके सिंह ( रायपुर), डॉ ब्रजमोहन मिश्र (ओड़िशा) व डॉ चक्रवर्ती (पश्चिम बंगाल) शामिल थे. निरीक्षण सुबह 10 बजे से शुरू हुआ.
टीम ने ओपीडी, इमरजेंसी व वार्डो का जायजा लिया, जहां की व्यवस्था को देख कर टीम के सदस्य दंग रह गये. ओपीडी में मरीजों के बैठने के लिए जगह नहीं थी. एक भी महिला कर्मचारी नहीं थी. इमरजेंसी में एसी काम नहीं कर रहा था और मरीजों को घुटन हो रहा था. जब टीम के एक सदस्य ने कहा कि टॉर्च मांगा, तो यह इमरजेंसी में नहीं था. इसके बाद टीम ने चिकित्सकों का हेड काउंट किया और प्रमाणपत्र भी जांचा. शनिवार को टीम कॉलेज व हॉस्टल का जायजा लेगी और उसके बाद अपनी रिपोर्ट एमसीआइ को सौंप देगी.
ओपीडी
मरीजों के बैठने की जगह नहीं
वेटिंग हॉल की व्यवस्था नहीं
ट्रॉली की व्यवस्था नहीं
एसी ठीक नहीं, पंखा भी नहीं
महिला कर्मचारी नहीं, मेडिसिन में महिलाओं का खुले में इलाज
इमरजेंसी
आपदा में बचाव की व्यवस्था नहीं
सेक्सन मशीन नहीं
ऑक्सीजन पाइप व निमोलाइजर प्वाइंट नहीं
मेडिकल आइसीयू बंद मिला
नहीं काम कर रहा था एसी
टॉर्च नहीं मिला
सजिर्कल व मेडिकल में महिलाओं के जांच के लिए अलग से कोई कमरा नहीं
खुले में सब के सामने होती है जांच, इंजेक्शन देने के लिए परिजनों को घेरना पड़ता है कपड़ा
नर्सो के बैठने की जगह ठीक नहीं
वार्ड
नर्सो के बीच में बैठने की जगह नहीं
जमीन पर पड़े थे मरीज
शिशु वार्ड में गंदगी व परिजनों की भीड़
परिजनों जहां-तहां कपड़े रखे थे
ज्यादातर बेड पर चादर नहीं, थी भी तो गंदी
कई बेड के गद्दे सड़े थे
एमसीआइ की टीम निरीक्षण से खुश है. पहले दिन टीम ओपीडी, इमरजेंसी व वार्ड में गयी थी. शनिवार को कॉलेज व हॉस्टल में जायेगी. जो कमियां मिलीं, उनके सुधार के लिए पहले से काम चल रहा है. इन्हें एक से दो माह के भीतर पूरा कर लिया जायेगा.
एसएन सिन्हा, प्राचार्य