पटना : दरभंगा की आठ वर्षीया बच्ची उजमा आरा का हाथ भुजाली से नहीं, बल्कि ट्रेन से कटा था. यह बात पुलिस अनुसंधान में सामने आयी है. हालांकि, उसके पिता ऐनुल अंसारी अपने बयान पर कायम है. अंसारी ने दरभंगा के बॉबी खां व उसके साथियों पर राजेंद्रनगर टर्मिनल के पास भुजाली से हाथ काटने व 14 हजार लूटने का आरोप लगाया था. कदमकुआं थाने में इसकी प्राथमिकी दर्ज कर जब डीएसपी मनोज कुमार तिवारी ने अनुसंधान शुरू किया, तो मामला कुछ और निकला.
रिक्शाचालक ने दी जानकारी: राजेंद्रनगर टर्मिनल पर रिक्शाचालक कारू राम (करौटा, खुसरूपुर) ने पुलिस को बताया कि गुरुवार की रात उसने एक बच्ची को ट्रेन के अंदर से बाहर निकाला था. उसका हाथ कट गया था. कारू ने बताया कि वह रात नौ बजे टर्मिनल से ट्रेन पकड़ कर अपने गांव जाने के लिए खड़ा था.
इसी बीच ट्रेन की पटरी पर बच्ची के गिरने का हो-हल्ला हुआ और ट्रेन रोक दी गयी. उसने पाया कि एक बच्ची ट्रेन पर चढ़ने के क्रम में पटरी पर गिर गयी और उसका हाथ कट गया. उसने बताया कि इस घटना में बच्ची की हथेली पूरी तरह कट गयी थी और हाथ के ऊपर बाजू लटक रहा था. पटना जीआरपी में सनहा भी दर्ज किया गया था.
आरोपित का लोकेशन दरभंगा में ही: दरभंगा पुलिस से पता चला कि ऐनुल अंसारी अब तक आधा दर्जन केस लोगों के खिलाफ दर्ज करा चुका है. आरोपित बॉबी खां के मोबाइल नंबर का लोकेशन लिया, तो पता चला कि वह 25 जून से दरभंगा में ही है.
उधर, पीएमसीएच में उजमा का इलाज करा रहा उसका पिता अब भी बयान पर कायम है.
* 15-20 लोगों ने मिल कर काटा बच्ची का हाथ
पटना : उजमा आरा का हाथ 15-20 लोगों ने मिल कर काटा. बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम शनिवार को बच्ची का हाल-चाल जानने पीएमसीएच पहुंची. सदस्य शिवशंकर निशाद ने बच्ची का बयान भी लिया, जिसमें उसने बताया कि 15-20 लोगों ने मिल कर उसका हाथ काट दिया.
वहीं, बच्ची के पिता ऐनुल अंसारी ने बताया कि बॉबी खां के गुंडों ने भुजाली से उसका हाथ काट डाला. आयोग की अध्यक्ष निशा झा ने बताया कि शुक्रवार की रात से घटना की पूरी जानकारी ली जा रही है. आइजी से बात की गयी है. बच्ची को न्याय दिलाने की कोशिश की जा रही है. उसके भाई के अपहरण की छानबीन की जा रही है. बच्ची का उचित इलाज हो इसके लिए आयोग आर्थिक मदद कर रहा है. मामले की मॉनीटरिंग के लिए आयोग की दो सदस्यों शोभा प्रकाश व शिव शंकर को लगाया गया है.