पटना: दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार के उद्योग विभाग के पंडाल की धूम है. पहली बार मेले में उद्योग विभाग को विशेष पंडाल लगाने का पुरस्कार मिला है, लेकिन सोनपुर मेले में विभाग का अपना पंडाल नहीं लग सका.
उद्योग विभाग को मेले में पांच हजार वर्ग फुट में पंडाल लगाना था, लेकिन जगह नहीं मिली. मेले में पहली बार उद्योग विभाग की प्रदर्शनी पर्यटन विभाग के आर्ट एंड क्राफ्ट पंडाल में लगी है. पर्यटन विभाग ने उद्योग पंडाल के लिए कोई शुल्क विभाग से नहीं लिया. पर्यटन विभाग का आर्ट एंड क्राफ्ट पंडाल मेले के फ्रंट पर बना है. आर्ट एंड क्राफ्ट पंडाल में उद्योग विभाग के स्टॉल में पिछले वर्ष की तुलना में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. उद्योग विभाग आर्ट एंड क्राफ्ट पंडाल में मिली जगह से गद्गद है.
इस बार मेले में अन्य वर्षो की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक बिक्री हुई है. मेले में उद्योग विभाग ने पांच हजार वर्ग फूट में पंडाल लगाने का निर्णय लिया था. विभाग ने पंडाल लगाने के लिए बजाप्ता टेंडर भी निकाला था. 22 अक्तूबर को टेंडर फाइनल होना था,लेकिन जगह नहीं मिलने के कारण अंतिम क्षणों में उद्योग निदेशक को टेंडर रद्द कर देना पड़ा. सोनपुर मेले में उद्योग विभाग का पंडाल नहीं लगने से विभाग उद्योग विकास नीति,हैंडीक्राफ्ट विकास योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम पर विशेष सेमिनार का आयोजन नहीं कर सका.
उद्योग विभाग को स्टॉल लगाने के लिए पर्यटन विभाग ने आर्ट एंड क्राफ्ट पंडाल में मुफ्त में जगह दी है. पर्यटन विभाग का पंडाल मेला के फ्रंट पर है. लिहाजा विभाग के स्टॉल में खरीदार और दर्शकों की भीड़ जुट रही है. पिछले वर्षो की तुलना में अब-तक बिहार के उत्कृष्ट उत्पादों की बिक्री में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
रविभूषण सिन्हा, महाप्रबंधक सारण जिला उद्योग केंद्र