मोकामा: सीआइडी इंस्पेक्टर और थानेदार बता कर खुद का परिचय देना और फिर लोगों से उगाही करना. हथिदह पुलिस द्वारा गिरफ्तार नटवर लाल पिता-पुत्र का यही कारनामा था. बाप खुद को सीआइडी अधिकारी बताता था और बेटा अपना परिचय बेगूसराय के मुफस्सिल थानाध्यक्ष के तौर पर देता था.
पुलिस के रडार पर इसका नाम तब आया जब ये लोग मोकामा थाना के सिखारीचक निवासी ड्राइवर मुन्ना कुमार से रंगदारी वसूली कर रहे थे. इनकार करने पर उसे पाइप लाइन से पेट्रोलियम पदार्थो की चोरी के मामले में फंसाने की धमकी दी जा रही थी. मुन्ना की सूचना पर पुलिस ने जाल बिछाया और कृष्ण बिहारी पासवान उर्फ कृष्ण कुमार सिंह व उसके बेटे मनोज पासवान को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से कई फर्जी पहचानपत्र व रुपये बरामद किये गये हैं. कृष्ण बिहारी पासवान खुद को सीआइएसएफ का बरखास्त जवान बता रहा है.
हथिदह थाना में इनसे पूछताछ की जा रही है. हथिदह पुलिस द्वारा गिरफ्तार बाप-बेटे ने कई शहरों में घूम-घूम कर लाखों रुपये की ठगी की है. बेगूसराय, बांका, मुंगेर, पटना, आरा, बक्सर में लोगों से वसूली किये जाने की बात सामने आयी है. बेगूसराय जिला में इनके विरुद्ध मामला भी दर्ज था.
हथिदह थानाध्यक्ष में रामबालेश्वर राय ने बताया कि कुछ मामलों में दोनों ने संलिप्तता स्वीकार की है. थानेदार ने बताया कि कई लोगों से रंगदारी वसूली के अलावा नौकरी लगाने के नाम पर भी दोनों ने ठगी की है. सूत्रों की मानें, तो लगभग पचास लाख रुपये की उगाही अलग-अलग शहरों से इनके द्वारा की गयी है. पुलिस के कई अधिकारी पूछताछ कर अन्य मामलों की जानकारी जुटाने में लगे हैं.