महनार(वैशाली) : वैशाली जिले के महनार थाने की महिंदवाड़ा पंचायत के रूपसीपुर गांव में भूमि विवाद को लेकर सोमवार को दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गयी. इस झड़प ने तब भीषण रुख अख्तियार कर लिया, जब एक परिवार के सभी सदस्यों को घर में बंद कर बाहर से आग लगा दी गयी.
इस घटना में कई लोगों के झुलस जाने की सूचना है. मौके पर देर से पहुंची पुलिस पर उग्र लोगों ने रोड़ेबाजी कर दी. इसमें महनार के थानाध्यक्ष अरुण पासवान गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया. साथ ही तीन थानों की पुलिस और डीएसपी को आक्रोशित लोगों ने बंधक बना लिया. भीड़ से बचने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं. मौके पर पहुंचे महनार के एसडीओ ने बताया कि रूपसीपुर गांव के नंदलाल दास और अशोक दास में पहले से ही सवा कट्ठा जमीन को लेकर विवाद था.
सोमवार को दोनों पक्षों में मारपीट हो गयी. फिर अशोक दास ने अपने सहयोगियों के साथ मिल कर नंदलाल के पूरे परिवार को उनके घर में बंद कर बाहर से आग लगा दी. ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले नंदलाल ने बाहरी बदमाशों को बुला कर अशोक के घर पर हमला करवाया था. इस घटना की सूचना पुलिस दी गयी, तो चार घंटे बाद थानाध्यक्ष पहुंचे. इसके कारण लोग उग्र हो गये और पुलिस पर रोड़े बरसाने लगे.
जवाब में पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की. थानाध्यक्ष सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल बताये जा रहे हैं. सभी का जंदाहा सरकारी अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. बताया गया कि अशोक दास की जमीन नंदलाल के घर के पास है. अशोक को इस पर काबिज होने से रोका जा रहा था. इस संबंध में पहले भी पुलिस को सूचना दी गयी थी. मगर, पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया.
* क्या है पूरा मामला
रूपसीपुर गांव के ठेकेदार अशोक दास ने कुछ महीने पहले किसी रिश्तेदार से सवा कट्ठा जमीन खरीदी था. वह जमीन गांव के डॉ नंद लाल दास के घर के बगल की बतायी जाती है. नंद लाल उस जमीन पर अपना कब्जा जमाना चाहता था, लेकिन ठेकेदार ने भी अपना दबदबा कायम रखा. नतीजा थाने से कोर्ट तक यह मामला पहुंच गया,लेकिन दोनों पक्षों में हमेशा विवाद होता रहा. वहीं पुलिस ने इस विवाद को सुलझाना वाजिब नहीं समझा, जिसका खामियाजा उन्हें भी भुगतना पड़ा.
* क्यों उग्र हुआ पूरा गांव
सोमवार को जब नंद लाल ने अशोक के घर पर चढ़ कर हमला किया, तो गांववालों ने तुरंत थाने को इसकी सूचना दी, मगर चार घंटे तक पुलिस नहीं आयी, तो लोगो का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.अशोक के परिवार की हालत देख सभी भड़क उठे. निर्ममता पूर्वक ठेकेदार के बाल-बच्चों व पत्नी को पीटा गया था. पहले घायलों को लोगों ने अस्पताल भेजा, फिर नंद लाल को जवाब देने को चल पड़े. नतीजतन उसके घर को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद पुलिस पहुंची, तो उसे भी सबक सिखाया.