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दवा घोटाला मामला : बिना कागजात देखे दे दिया टेंडर
पटना : स्वास्थ्य विभाग ने दवा घोटाले में हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मंगलवार को उच्च न्यायालय को भेज दी है. दूसरी ओर देर शाम परचेज कमेटी में दोषी पाये गये अधिकारियों को निलंबन का पत्र भी रजिस्ट्री के माध्यम से भेज दिया गया है, जिसमें 650 पन्नों की जांच रिपोर्ट भी लगायी गयी है. विभागीय […]
पटना : स्वास्थ्य विभाग ने दवा घोटाले में हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मंगलवार को उच्च न्यायालय को भेज दी है. दूसरी ओर देर शाम परचेज कमेटी में दोषी पाये गये अधिकारियों को निलंबन का पत्र भी रजिस्ट्री के माध्यम से भेज दिया गया है, जिसमें 650 पन्नों की जांच रिपोर्ट भी लगायी गयी है.
विभागीय सूत्रों की मानें, तो 10 सदस्यों में एक सदस्य त्रिपुरारि कुमार से शो कॉज पूछा गया है, अगर जवाब संतोषजनक नहीं होगा, तो उन्हें बरखास्त किया जायेगा. जांच रिपोर्ट में सदस्यों को दोषी मानने का सबसे बड़ा आधार मेडिपॉल को टेंडर के लिए ओके करना है. इसके अलावा दाम से अधिक कीमत पर दवा की खरीद की गयी है, जिसकी पुष्टि भी हुई है और उसमें निगम के एमडी को सबसे अधिक दोषी माना गया है.
परचेज कमेटी ने कंपनी को टेंडर जारी करते समय उनके पेपर को ठीक से पढ़ा नहीं और मेडीपॉल को टेंडर देने के लिए दो दिनों तक इंतजार किया. इधर, सूत्रों के अनुसार बिहार स्वास्थ्य सेवा के वरीयतम अधिकारी डॉ केके सिंह को बिहार का अगला कार्यकारी डायरेक्टर इन चीफ बनाया जायेगा.
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