पटना सिटी: विस्फोटक अधिनियम की अनदेखी कर आतिशबाजी के सजे बाजार में शुक्रवार की शाम प्रशासन, पुलिस व वाणिज्यकर की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की. छापेमारी के दरम्यान अधिकारियों ने नौ दुकानों को सील कर दिया है. हालांकि , मंडी में छापेमारी की खबर मिलते ही भगदड़ की स्थिति बन गयी. छापेमारी टीम देर शाम तक खाजेकलां में दुकानों के सत्यापन करने का काम कर रही थी.
लाइसेंस व मापदंड का सत्यापन
छापेमारी टीम में आर्थिक अपराध शाखा के डीएसपी विश्वजीत दयाल, डीएसपी राजेश कुमार, नियंत्रण कक्ष प्रभारी मथुरा बराईक, कार्यपालक दंडाधिकारी उमेश सिंह व वाणिज्यकर आयुक्त के तीन पदाधिकारियों ने खाजेकलां थाना क्षेत्र के पश्चिम दरवाजा से छापेमारी शुरू की. इसी क्रम में खाजेकलां थाना क्षेत्र में छापेमारी की.
डीएसपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान लाइसेंस व कारोबार मापदंड के अनुसार हो रहा है या नहीं इसका सत्यापन किया जा रहा है. साथ ही स्टॉक व रजिस्टर से मिलान कराया जा रहा है. डीएसपी व नियंत्रण कक्ष प्रभारी के अनुसार छापेमारी के क्रम में नौ दुकानों को सील कर दस्ताबेज को जब्त किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि टीम ने रिजवान, विजय केसरी, अशोक गुप्ता, मंटू, राजेश, अमित,संजय कुमार की दो दुकानों, विजय कुमार, सोनू, आजम व गफ्फार की दुकानें समेत अन्य दुकानों का सत्यापन करते हुए नौ दुकानों को सील किया है.
टीम जब अभियान चलाते हुए पहुंची , तो खाजेकलां से लेकर मच्छरहट्टा तक सजी आतिशबाजी दुकानों के शटर गिरने लगे. अधिकतर छोटे दुकानदारों ने शटर गिरा दिये. अफरा-तफरी के बीच टीम ने देर शाम तक नौ दुकानों को सील किया, जबकि एक दर्जन दुकानों में जांच -पड़ताल की कार्रवाई जारी थी. बताते चलें कि बीते मंगलवार को अनुमंडल प्रशासन की टीम दुकानदारों की सूची बनाने का काम करते हुए 85 दुकानदारों की सूची तैयार की थी.
छापेमारी में शामिल अधिकारियों ने बताया कि बनायी गयी सूची के आधार पर दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इन दुकानों में फुटकर व थोक दोनों ही तरह के कारोबार हो रहे हैं.