पटना : दीघा घाट से लेकर पटना सिटी तक 72 घाट हैं, जहां छठ पूजा होती है. एक दर्जन घाटों पर लाखों छठव्रतियों व श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है. इनमें कई घाट ऐसे हैं, जिनके पहुंच पथ संकीर्ण हैं और घाट सीधा खड़ा है. इन सीधे घाट पर छठव्रतियों के डाला रखने और बैठने के लिए चाली की व्यवस्था की जानी है.
लेकिन, अब तक इसकी शुरुआत भी नहीं हुई है. घाटों पर पूरी व्यवस्था करने के लिए सिर्फ 20 दिन बचे हैं. जबकि, अभी बैठकों का ही दौर चल रहा है. मंगलवार को एक तरफ नगर आयुक्त कुलदीप नारायण की अध्यक्षता में कार्यपालक पदाधिकारियों व अभियंताओं की बैठक हुई, तो दूसरी ओर मंत्री व विभागीय सचिव ने भी विचार-विमर्श किया.
आज से शुरू होगी सफाई : नगर आयुक्त ने चारों कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बुधवार से घाटों की सफाई शुरू कर दें और इसे लगातार नहाये-खाये तक जारी रखें. अभियंत्रण शाखा को चाली, वैकल्पिक रास्ता, पहुंच पथ व लाइटिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने की जिम्मेवारी दी गयी है. सफाई कार्य का कार्यपालक पदाधिकारी खुद निरीक्षण करेंगे और रोजाना नगर आयुक्त को रिपोर्ट देंगे.
आज जिला प्रशासन की बैठक : नये डीएम अभय कुमार सिंह ने पदभार ग्रहण कर लिया है. पटना में उन्होंने वरीय अधिकारियों से मुलाकात कर विचार-विमर्श किया है. बुधवार को गंगा घाटों की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन की उच्चस्तरीय बैठक होनी है, जिसमें भीड़ प्रबंधन से लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर निर्णय लिया जायेगा. सदर एसडीओ अमित कुमार ने बताया कि बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक होगी, जिसमें सुरक्षा व भीड़ प्रबंधन को लेकर रूपरेखा तैयार की जायेगी.
दो घाटों पर बनेंगे पीपा पुल : वर्ष 2012 में अदालत घाट पर हुई भगदड़ के बाद इस घाट पर छठ पूजा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके बदले महेंद्रू घाट और समाहरणालय घाट पर पीपा पुल बनाया जाता है. पिछले वर्ष दोनों घाट पर एक-एक पीपा पुल बनाया गया था, लेकिन गांधी मैदान में हुए हादसे के बाद निर्णय लिया गया है कि समाहरणालय व महेंद्रू घाट पर दो-दो पीपा पुल बनाये जायेंगे. पुल का कार्य भी दो-तीन दिनों में शुरू हो जायेगा.
निगम बोर्ड की बैठक 16 को : निगम बोर्ड की बैठक 16 अक्तूबर को होगी. इसको लेकर मेयर अफजल इमाम ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है. बैठक में दीपावली व छठ पूजा में साफ-सफाई के साथ-साथ गंगा घाटों पर होनेवाली तैयारी पर विशेष चर्चा होगी.