पटना महानगर भाजपा ने कारगिल चौक पर दिया धरना, राज्य सरकार पर लगाये आरोप
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रावण वध कार्यक्रम के बाद भगदड़ में मौत की सर्वदलीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि इसकी सीबीआइ जांच की कोई आवश्यकता नहीं है. सर्वदलीय जांच कमेटी एक सप्ताह में जांच कर मामले को स्पष्ट कर देगी. मोदी कारगिल चौक पर पटना महानगर भाजपा के एक दिवसीय धरना कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने गृह सचिव आमिर सुबहानी और पटना के डीएम मनीष कुमार वर्मा के कार्यकाल पर तल्ख टिप्पणी की. डीएम मनीष वर्मा को नीतीश कुमार का चहेता बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव आयोग ने पूर्णिया में चुनाव कराने लायक नहीं समझा था. इसलिए चुनाव होने तक उनका तबादला कर दिया गया. इस व्यक्ति को पटना जैसे बड़े शहर का डीएम बना दिया गया.
अब तक मृतक के परिजन से नहीं मिले नीतीश : मोदी
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अभी तक नीतीश कुमार एक भी मृतक के परिजन के घर सांत्वना देने नहीं गये? फुलवारी के एतवारपुर के एक मृतक परिवार से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक और बिहार सरकार के मंत्री सांत्वना नहीं देने गये.
घटना के लिए मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को जिम्मेवार बताते हुए उन्होंने कहा कि 2012 में छठ पर्व पर 18 की मौत हुई थी. इसके लिए बनी कमेटी की जांच का क्या हुआ? पीएमसीएच के हाल पर सीएम के वक्तव्य पर कहा कि लगता है कि पहली वार वह पीएमसीएच गये थे. अधीक्षक को तीन बार कहने के बावजूद वह सीएम से मिलने नहीं आया. घटना के दिन रात 10.30 बजे के बाद डॉक्टर पहुंचे. तब तक जूनियर डॉक्टरों के हवाले था पीएमसीएच. मोदी ने कहा कि मामले को विधानसभा के सत्र में भाजपा उठायेगी. मोदी ने कहा कि सरकार कह रही है कि सीसीटीवी से दोषी पकड़े जायेंगे. अंधेरे में सीसीटीवी में घटना को दर्ज करने के लिए लाइट की व्यवस्था थी कि नहीं? उन्होंने कहा कि सरकार सीसीटीवी के तथ्य को पत्रकार और आम लोगों के सामने दिखाये.
एसएसपी के तबादला में देरी पर सवाल
मोदी ने कहा कि इधर घटना घट रही थी, उधर डीएम बेटे का बर्थ डे मना रहे थे. वहीं मुख्यमंत्री को जहानाबाद पहुंचे-पहुंचते बताया गया कि लोग भगदड़ में मर रहे हैं. इसके बावजूद वह परिवार के साथ पालक की सब्जी खाने महकार (गया) चले गये. उन्होंने कहा कि पटना डीएम के तबादला का क्या मतलब है? सात दिन बाद पता चलेगा कि उन्हें कोई महत्वपूर्ण पद दे दिया गया. एसएसपी मनु महाराज का हम सम्मान करते हैं, लेकिन उनके कार्यकाल में ही गांधी मैदान में बम विस्फोट हुआ. तबादले में देरी पर भी उन्होंने सवाल उठाया.
मृतक के परिजनों से मिलने के बाद मोदी ने कहा कि कहीं रोशनी नहीं थी. गेट को बंद कर दिया गया था. आठ सीडीपीओ के हवाले पूरी भीड़ थी. मोदी ने कहा कि भगदड़ में मौत की जांच के लिए बनी कमेटी पर हमें भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि एक ही व्यक्ति को पांच साल से गृह सचिव बनाये हुए हैं. सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि भीड़ की उचित मॉनीटरिंग होती, तो हादसे को रोका जा सकता था. इसकी जांच हाइकोर्ट के जज या सर्वदलीय कमेटी से करायी जाये.
विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने मांझी सरकार की तुलना लालू प्रसाद के शासनकाल से की. विधायक नितिन नवीन ने कहा कि वर्तमान सरकार निरंकुश और लाचार हो गयी है. मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश सिंह रमण, डॉ संजीव चौरसिया, विधान पार्षद सत्येंद्रनारायण कुशवाहा आदि मौजूद थे.
लोजपा ने की बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग
पटना : लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि जब बिहार के मुख्यमंत्री का ही प्रशासनिक अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं रहा, तो राज्य में आम लोगों की स्थिति का अंदाजा लगाना सहज है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का राज्य के प्रशासन पर कितना नियंत्रण है. इसका खुलासा रविवार को तब हुआ जब वह राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में दो घंटे तक अस्पताल अधीक्षक का इंतजार करते रहे और वह नहीं आये.
कई विभागाध्यक्षों ने भी मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना की. मुख्यमंत्री उनके खिलाफ कोई प्रशासनिक कार्रवाई भी नहीं कर सके. इसका असर राज्य में असामाजिक तत्वों पर पड़ा है और वे बेखौफ अपनी करतूत को अंजाम दे रहे हैं.