पटना: कंकड़बाग थाना क्षेत्र की हाउसिंग कॉलोनी में व्यवसायी यशवंत कुमार के मकान संख्या ए /25 में रविवार की अहले सुबह 3.20 बजे हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने डाका डाला. सात की संख्या में अपराधियों ने आवास में प्रवेश करते ही पहले यशवंत कुमार से मारपीट की और फिर हथियार का भय दिखा उनके हाथ-पैर बांध कर मुंह में कपड़ा डाल दिया.
डकैतों ने उनकी पत्नी नीतू कुमारी, बेटा अंशुल (12) व बेटी आयुषी (18) को भी बंधक बना लिया. अलमारी से करीब आठ लाख के गहने व 23 हजार नकद लेकर 4.10 बजे फरार हुए. अपराधियों के जाने के बाद यशवंत कुमार को उनकी पत्नी व बच्चों ने बंधन मुक्त किया. सूचना मिलते ही सदर डीएसपी रमाकांत प्रसाद व कंकड़बाग थानाध्यक्ष अतनु दत्ता दल-बल के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली. घटनास्थल से पुलिस ने चाबी का गुच्छा बरामद किया. एफएसएल की टीम ने भी जांच की. पुलिस अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
सो रहे थे तभी दिया घटना को अंजाम
जिस समय घटना हुई, उस समय व्यवसायी यशवंत कुमार अपने कमरे में सो रहे थे. दूसरे कमरे में उनकी पत्नी नीतू, बेटा अंशुल व बेटी आयुषी सो रहे थे. अचानक ही कुछ अपराधी कमरे में प्रवेश कर गये और नींद से उठा दिया. यशवंत कुमार की जब आंखें खुलीं, तो सभी अपराधी हाथ में पिस्तौल लिये खड़े थे. अपराधियों ने उनसे मारपीट शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देने के बाद अलमारी की चाबी मांगने लगे. घटना के बाद दरवाजे को खोल पीछे के रास्ते से बाहर निकल गये.
जानकार ने निभायी लाइनर की भूमिका
घटना को किसी जानकार के इशारे पर ही अंजाम दिया गया है. जिस दरवाजा से अपराधी भागे हैं, वह दरवाजा हमेशा बंद रहता है. वहां टेबुल व टीवी रखा था,लेकिन अपराधियों ने भागने के लिए मेन गेट के बजाय पीछे के रास्ते का ही उपयोग किया. इसका अर्थ है कि रास्ते की जानकारी अपराधियों को थी. यही नहीं व्यवसायी के घर में चांदमारी रोड की दाई शांति देवी काम करती है. वह दो दिनों से काम करने नहीं आयी थी. हालांकि उस पर किसी प्रकार का शक किसी ने जाहिर नहीं किया है.
लोकल ट्रेडिंग का काम करते हैं व्यवसायी
व्यवसायी यशवंत कुमार लोकल ट्रेडिंग का काम करते हैं. वह मूल रूप से जानीपुर के वीरनचक के रहने वाले हैं और डेढ़ साल से रिश्ते में ससुर उमेश धारी शर्मा के मकान में रह रहे थे.