बिहारशरीफ (नालंदा) : चिट फंड व नॉन बैंकिंग कंपनियों की धोखाधड़ी की खबर प्रभात खबर में छपने के बाद जिलों में ऐसी कंपनियों के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज कराने का सिलसिला जारी है. बिहारशरीफ के लहेरी थाने में एक चिट फंड कंपनी नालंदा रियल इस्टेट प्रोजेक्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मो आशिफ आलम व निदेशक असरफ आलम के खिलाफ सोमवार को कंपनी के एजेंट दीपक कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करायी, जिसके बाद पुलिस ने निदेशक को गिरफ्तार कर लिया.
प्राथमिकी में एजेंट ने आरोप लगाया है कि पिछले दो वर्षो से यह कंपनी रियल इस्टेट के कारोबार से जुड़े होने का दावा करती रही है. मैंने कंपनी में खुद के 75 हजार रुपये, जबकि 23 ग्राहकों के कुल छह लाख 21 हजार तीन सौ रुपये भी जमा कराये हैं. यह कंपनी जमाराशि को पांच वर्ष में दुगुना करने का प्रलोभन देकर लोगों से रुपये लिये. लेकिन, पिछले आठ माह से कंपनी का निदेशक कार्यालय बंद कर फरार है.
इस संबंध में लहेरी थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद तुरंत बाद पुलिस ने शहर के गांधी मैदान स्थित इस चिट फंड कंपनी के कार्यालय में छापेमारी कर कई महत्वपूर्ण कागजात बरामद किये. संबंधित कागजात की जांच की जा रही है. इंस्पेक्टर ने बताया कि यह मामला पूरी तरह धोखाधड़ी का लगता है. पुलिस इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है. इधर गिरफ्तार निदेशक ने बताया कि मैं कंपनी का निदेशक नहीं हूं. मेरा नाम कंपनी के प्रबंध निदेशक ने बगैर मेरी इजाजत के कंपनी के मूल दस्तावेजों में पूर्व में ही दिखा दिया था.
मालूम हो कि प्रभात खबर में खबर छपने के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने एक हेल्पलाइन शुरू की थी और पीड़ित निवेशकों को संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का सुझाव दिया था.