आनंद तिवारी
पटना:पटना एयरपोर्ट स्वास्थ्य व सुरक्षा व्यवस्था के मामले में फिसड्डी है. ब्रिटेन सेफ्टी काउंसिल की हर साल आनेवाली रिपोर्ट में इस बार मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को फाइव स्टार रेटिंग दी गयी है, जबकि पटना को एक भी रेटिंग नहीं मिली. काउंसिल ने जुलाई में पटना व मुंबई सहित सभी राज्यों की राजधानी के एयरपोर्ट का ऑडिट किया था. टीम ने एयरपोर्ट का 64 आधारों पर निरीक्षण किया था. मुंबई को 100 में 92 व लखनऊ को 81 अंक प्राप्त हुए. पटना एयरपोर्ट 38वें नंबर पर रहा. यहां के एयरपोर्ट पर सुरक्षा व स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्था को दुरुस्त करने की सलाह दी गयी है.
मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट व लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट के पास तीन कार्डियक, जबकि चार-पांच साधारण एंबुलेंस हैं, जबकि पटना एयरपोर्ट के पास मात्र दो-तीन एंबुलेंस ही है. इसके साथ ही कार्डियक अरेस्ट व चेस्ट पेन आदि से निबटने के लिए उन दोनों एयरपोर्टो पर 109 ऑटोमेटिक एक्सटर्नल डीफाब्रलेटर (एइडी) लगे हुए हैं. इस मामले में भी पटना एयरपोर्ट काफी पीछे है. एक साल में मुंबई में करीब 50 हजार व लखनऊ में करीब 42 हजार यात्री हेल्थ ट्रीटमेंट करा चुके हैं. पटना में यह आंकड़ा 23 हजार के आसपास है. पटना एयरपोर्ट पर तकनीकी सुविधाओं की भी कमियां पायी गयीं.
क्या हैं कमियां
मात्र तीन एंबुलेंस, जिनमें दो दूसरे संस्थानों के हैं. दो-तीन खुद के होने चाहिए
सिक्युरिटी होल्ड एरिया कम व मात्र दो चेकिंग काउंटर
एंबुलेंस में डॉक्टरों की टीम व सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
बैगेज एक्स-रे मशीन व सिक्यूरिटी चेक गेट मानक से कम
मात्र 65 ऑटोमेटिक एक्सटर्नल डीफाब्रलेटर हैं
विमान का पार्किग एरिया तय मानक से छोटा