पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को नेपाल में भारत की महावाणिज्यदूत अंजू रंजन से नेपाल से संबंधित कई विषयों पर बातचीत की. वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करने उनके सरकारी आवास 1 अणो मार्ग आयी थीं. मुख्यमंत्री से नेपाल से निकलने वाली कोसी एवं गंडक समेत विभिन्न नदियों की समस्या पर पर भी बातचीत की तथा बिहार से लगी नेपाल की खुली व अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रबंधन पर भी चर्चा हुई. अंजू रंजन ने बताया कि जल संसाधन यथा कोसी एवं गंडक समेत नेपाल से निकलने वाली अन्य नदियों की समस्या पर बातचीत हुई है. भारत सरकार नेपाल और बिहार के बीच आपसी सहायोग को बढ़ाना चाहती है.
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सड़क, रेल एवं हवाई जहाज संपर्क को लेकर पर भी चर्चा हुई. नेपाल और बिहार के बीच नये रेल संपर्क, सड़क एवं यातायात के साधनों को विकसित करने पर दोनों के बीच बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि बौद्घिस्ट सर्किट को नेपाल के लुंबिनी से सारनाथ होते हुए बोधगया तक करने पर विचार किया जा रहा है.
रामायण सर्किट के अंतर्गत नेपाल के जनकपुर से अयोध्या तक कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर भी विचार किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और नेपाल से संबंधित समस्याओं के निदान के लिए वे केंद्र सरकार से भी अनुरोध करेंगे. बिहार से जो भी संभव होगा, नेपाल की मदद करेगा. मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री और नेपाल में भारत के महावाणिज्य दूत अंजू रंजन के अलावे मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा, सचिव जल संसाधन दीपक कुमार सिंह एवं मुख्यमंत्री के सचिव संजय कुमार उपस्थित थे.
पटना है ससुराल
नेपाल में भारत की महावाणिज्यदूत अंजू रंजन पटना आकर काफी खुश नजर आ रही थीं. इसकी खास वजह है, पटना ही उनका ससुराल है. बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि ससुराल राजेंद्र नगर में ही है. यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है. बहुत दिनों के बाद ऐसा मौका मिला है. उन्होंने कहा कि वह मूलत: हजारीबाग की रहनेवाली हैं.