पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि महाराजगंज उपचुनाव में मिली हार का जदयू विश्लेषण करेगा. कारणों पर उपचारात्मक कदम उठाये जायेंगे. पिछली बार जो जदयू के प्रत्याशी थे, इस बार राजद के प्रत्याशी थे. इसके बावजूद जदयू को मिले वोट प्रतिशत में वृद्धि हुई है. वैसे भी महाराजगंज सीट राजद की थी.
उसी पार्टी पर जनता ने विश्वास किया, तो इससे जदयू को बहुत अधिक परेशानी नहीं हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 में हुए उपचुनाव में 18 सीटों में एनडीए को मात्र पांच सीटों पर ही सफलता मिली थी. लेकिन, 2010 में बिहार की जनता ने रिकॉर्ड बहुमत से एनडीए को दोबारा सत्तासीन किया. महाराजगंज में स्थानीय स्तर की कुछ भिन्न व विकट समस्याएं थीं.
कई आवश्यक कागजात मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंच सके थे. सभी तथ्यों की समीक्षा की जा रही है. इसमें कुछ तथ्य उभर कर आ रहे हैं. उनका विेषण किया जा रहा है कि आखिर जो मतदाता जदयू के खेमे में आ सकते थे, किन कारणों से नहीं आये. आरटीआइ के दायरे में राजनीतिक दलों के लाये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी दलों की प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर आयी है. यह एक ऐसा विषय है, जिस पर सामूहिक निर्णय लेने की जरूरत है.
पाक के लिए मॉडल बना बिहार
क्रिकेटर इमरान खान द्वारा बिहार की तरह पाकिस्तान में सुशासन कायम किये जाने के सवाल पर कहा कि बिहार में न्याय के साथ विकास किया जा रहा है. दूसरे देश भी इसे अपना रहे हैं. यह खुशी की बात है. बिहार जैसे पिछड़े राज्यों में जो कार्यक्रम चलाये गये, वे सफल साबित हुए. पाकिस्तान यात्र के दौरान इमरान खान से मुलाकात हुई थी. बिहार में हुए विकासात्मक कार्यो के बारे में उन्हें जानकारी दी थी. राजनीतिक यात्र के सवाल पर कहा कि हम हमेशा यात्र पर ही रहते हैं. सेवा यात्र में ही एक जिले की यात्र बाकी है.