पटना : जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को कांटी प्रखंड की पंचायत पानापुर हवेली व दरियापुर में एईएस प्रभावित परिवारों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने एईएस प्रभावित परिवारों से उनका हाल जाना. साथ ही एईएस को लेकर जागरूकता कार्यक्रम को और गति प्रदान करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री द्वारा चमकी बुखार (एईएस) से बचाव के लिए जागरूकता को लेकर मोबाइल वाणी की शुरुआत की गयी. साथ ही पंचायत सरकार भवन के पीछे स्थित सरकारी पोखर से संबंधित योजना की भी शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 140 का भी उद्घाटन किया. इसके अलााव पंचायत सरकार भवन स्थित पीएचईडी द्वारा जीर्णोद्धार कराये गये कुएं का अवलोकन किया तथा कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्र की प्रदर्शनी का अवलोकन किया.
जीविका के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि दरियापुर में एईएस प्रभावित परिवार को सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत रोजगार दिया गया है तथा उन्हें जीविका के स्वयं सहायता समूह से भी जोड़ा गया है. 11 करोड़ 39 लाख 10 हजार रुपये की राशि स्वयं सहायता समूहो को सामुदायिक निवेश के रूप में दी गयी है. साथ ही बैंकों द्वारा 52 करोड़ रुपये स्वयं सहायता समूह का वित्तीय समावेशन किया गया है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा जीविका के पांच स्वयं सहायता समूह को कृषि यंत्र बैंक की स्थापना हेतु स्वीकृति पत्र हस्तगत कराया गया, जबकि क्रांति जीविका समूह को कृषि यंत्र बैंक की चाबी प्रदान की गयी. मुख्यमंत्री ने जीविका, स्वास्थ्य विभाग एवं कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने एईएस प्रभावित क्षेत्र के भ्रमण के क्रम में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, अन्य विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, आयुक्त तिरहुत प्रमंडल, मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी के साथ पंचायत सरकार भवन में अनुपालन समीक्षा बैठक
की तथा संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये. इस अवसर पर नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा, सांसद वीणा देवी, विधायक अशोक चौधरी समेत अन्य जनप्रतिनिधि के साथ-साथ मुख्य सचिव, डीजीपी, अपर मुख्य सचिव समेत कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे.