पटना: उर्दू शिक्षकों की बहाली के लिए विशेष टीइटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) परीक्षा सितंबर के प्रथम सप्ताह में होगी. अक्तूबर तक रिजल्ट आ जायेगा. जुलाई से शिक्षक बहाली के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. अगस्त से प्रवेश पत्र का वितरण शुरू किया जायेगा. विशेष टीइटी परीक्षा के माध्यम से 27 हजार शिक्षकों की बहाली की जानी है.
शिक्षक बहाली के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अपना प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेज दिया है. विभाग की सहमति के बाद उर्दू शिक्षकों की विशेष टीइटी परीक्षा का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को ही करना है.
राज्य सरकार उर्दू शिक्षकों की बहाली की घोषणा पहले ही कर चुकी है. सरकार की मंशा है कि राज्य के हर माध्यमिक विद्यालय में कम से कम एक उर्दू का शिक्षक हो. पिछले वर्ष आयोजित टीइटी परीक्षा से लगभग पांच हजार उर्दू शिक्षकों की बहाली की गयी थी. समिति की ओर से भेजे गये प्रस्ताव में कहा गया है कि अगर सहमति बने तो जुलाई से आवेदन पत्र भरने का काम शुरू कर दिया जायेगा. अगस्त से प्रवेश पत्र का वितरण और सितंबर के प्रथम या द्वितीय सप्ताह में परीक्षा का आयोजन कर लिया जायेगा.
इसके एक महीने बाद रिजल्ट भी निकाल लिया जायेगा. प्रस्ताव में 150 अंक की परीक्षा लेने की बात कही गयी है. एक प्रश्न का मान एक अंक होगा. परीक्षा दो पत्रों में होगी. पहली से पांचवीं में पढ़ाने वाले अभ्यर्थियों को पहले पेपर की परीक्षा देनी होगी. दूसरे पेपर की परीक्षा देने वाले छठी से आठवीं तक के क्लास के बच्चों को पढ़ा सकेंगे. पहली से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए दोनों ही पेपर की परीक्षा देनी होगी. अभ्यर्थियों की न्यूनतम उम्र सीमा 18 वर्ष निर्धारित की गयी है.