पहले राउंड में सिर्फ 36 का एडमिशन, आधी से अधिक सीटें रह जायेंगी खाली
पटना : चार वर्षीय बीएड कोर्स के लिए राज्य के चार कॉलेजों में सिर्फ चार सौ सीटें ही हैं जिनके लिए सीइटी-बीएड का आयोजन नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के द्वारा किया गया था. इसमें पहले राउंड में चार सौ लोगों का सेलेक्शन हुआ था जिसमें सिर्फ 36 छात्रों ने ही नामांकन लिया. वहीं 364 सीट खाली रह गये थे. इस बार आठ सौ अभ्यर्थियों को बुलाया गया था तो सिर्फ 153 ही टर्न अप हुए. अगर इसमें सौ भी नामांकन लेते हैं तब भी आधे से अधिक सीटें खाली रह जायेगी. इसके पीछे देर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होना एक कारण है क्योंकि बड़ी संख्या में छात्रों ने समय रहते रेगुलर व अन्य वोकेशनल स्नातक कोर्स में नामांकन ले लिया है.
चूंकि यह इंटीग्रेटेड कोर्स है और इसका टेन्योर चार वर्ष का है, इसलिए इतनी जल्दी टीचिंग में इंटरेस्ट छात्र नहीं दिखा रहे हैं. नोडल अधिकारी एसपी सिन्हा ने बताया कि कोर्स महंगा होने की वजह से भी कम लोग इसमें अपना इंटरेस्टदिखा रहे हैं.