पटना / नयी दिल्ली : सरकार ने दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर ट्रेन की रफ्तार बढ़ा कर 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने के रेलवे के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इससे यात्रा में करीब पांच घंटे कम लगेंगे. रातभर में ही गंतव्य स्थल तक पहुंचा जा सकेगा. दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर 6,685 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. यह परियोजना 2022-23 तक पूरी होगी.
यह मंत्रालय के 100 दिनों के एजेंडे का हिस्सा है. मालूम हो कि मंत्रिमंडल की सोमवार को हुई बैठक में ही निर्णय लिये गये थे, जिसे बुधवार को सार्वजनिक किया गया. सरकार ने कहा है कि इस फैसले से रफ्तार में वृद्धि से सेवा और सुरक्षा में सुधार आयेगा एवं क्षमता बढ़ेगी.
क्या होंगे फायदे
- दिल्ली-हावड़ा सेक्शन पर गति बढ़ा कर 160 किलोमीटर प्रति घंटे करने से पैसेंजर ट्रेनों की औसत गति में करीब 60 प्रतिशत वृद्धि सुनिश्चित होगी. वर्ष 2022-23 तक माल यातायात गाड़ी की औसत गति भी दोगुनी हो जायेगी.
- नयी दिल्ली-हावड़ा के बीच यात्रा समय में पांच घंटे की कमी आयेगी. यह यात्रा रातभर की ही हो जायेगी.
- सेमी-हाई स्पीड गाड़ियां अपनी पूर्ण क्षमता का लाभ उठाकर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेंगी.
- मार्ग की कुल लंबाई 1525 किलोमीटर है. इस रूट पर चलनेवाली ट्रेनें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल से गुजरती है. इससे इन इलाकों के यात्रियों को फायदा होगा.
- इस परियोजना से क्षमता सृजन, वृद्धि, गति और सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
- संपूर्ण परियोजना नये दृष्टिकोण की बनी है. इसमें मार्ग के अनुसार संयुक्त कार्य होंगे. इसे एकल एजेंसी पूरा करेगी.
- गति के साथ-साथ सुरक्षा के लिए ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाये जायेंगे.
- सुरक्षा के मद्देनजर घेराबंदी, स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली, मोबाइल ट्रेन रेडियो कम्यूनिकेशन तथा स्वचालित व मशीनी निदानकारी प्रणाली सुनिश्चित की जायेगी.
- सभी लेवल क्रॉसिंग हटाये जायेंगे.
- परियोजना से 3.6 मानव दिवस का प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.
- सभी राज्यों के आर्थिक विकास में गुणात्मक वृद्धि होगी.
- दिल्ली-हावड़ा रूट पर प्रवाह क्षमता 30-35 प्रतिशत बढ़ेगी और भविष्य में पीपीपी मॉडल के लिए मार्ग प्रशस्त होगा.