प्रमंडलीय आयुक्त के जनता दरबार में आये तीन दर्जन मामले
पटना : प्रमंडलीय आयुक्त के जनता दरबार में तीन दर्जन लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे. आयुक्त ने समस्या सुन कर त्वरित निष्पादन के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये. प्रमंडलीय आयुक्त डॉ एन विजयलक्ष्मी ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था में विभिन्न स्तरों पर तंत्र का चुस्त-दुरुस्त व संवेदनशील होना जरूरी है. इससे जन समस्याओं के समाधान, सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन तथा लाभार्थियों के चयन के मुद्दे पर लोगों को अनावश्यक परेशानी नहीं होगी तथा उन्हें सहज न्याय मिल पायेगा.
इंदिरा आवास में भ्रष्टाचार का आरोप : मनेर के दिलीप चौधरी ने बताया कि महादलित व बीपीएल सूची में होने के बावजूद उन्हें इंदिरा आवास नहीं मिला है.
प्रमंडलीय आयुक्त ने डीएम को मामले की जांच कराते हुए रिपोर्ट देने को कहा है. उधर, पुनपुन प्रखंड के अलावलपुर गांव के नागेंद्र पासवान ने जमीन का बंटवारा होने के बावजूद सीओ कार्यालय में दाखिल खारिज नहीं होने की शिकायत की. मामले की समीक्षा करते हुए दो सप्ताह में जांच रिपोर्ट देने के लिए एडीएम को कहा गया.
रास्ता रोकने के साथ मारपीट : धनरूआ प्रखंड के कोसुथ गांव निवासी चंद्रदीप महतो ने गोतिया द्वारा उनकी जमीन तक जानेवाले रास्ता को रोकने व मारपीट करने का आरोप लगाया. इसकी शिकायत सीओ से लेकर थाना प्रभारी तक करने के बाद भी मुझे न्याय नहीं मिला है. प्रमंडलीय आयुक्त ने मसौढ़ी के एसडीओ को श्री महतो के मामले में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. जनता दरबार में तीन दर्जन मामले आये. नौबतपुर में संविदा पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर श्रीमती आभा शर्मा ने स्थानांतरण करने व मृत्युंजय कुमार, शिव चौधरी और रामकुमार राय ने मिनी बस परिचालन के लिए परमिट दिलाये जाने का गुहार लगाई. इसके अलावा भूमि संबंधी समस्या, जनवितरण प्रणाली, नियुक्ति सहित अन्य मामले लेकर लोग पहुंचे थे.