पटना: गर्दनीबाग थानांतर्गत अनिसाबाद में एचडीएफसी बैंक की एटीएम में कल्याण पदाधिकारी मो मसीदुज्जमा का एटीएम कार्ड फंस गया और कुछ ही मिनटों में उनके खाते से एक लाख 20 हजार रुपये निकाल लिये गये. इसके साथ ही 12,294 रुपये के कपड़े की खरीदारी मौर्या कॉम्प्लेक्स स्थित एक दुकान से कर ली गयी. एटीएम कार्ड फंसने के बाद एटीएम के ऊपर स्थित एचडीएफसी बैंक के मैनेजर को इस बात की जानकारी देने के लिए गये. मैनेजर से उनकी बात हो ही रही थी कि उनके मोबाइल पर 20 हजार रुपये की निकासी का एसएमएस आया.
अभी वे लोग कुछ सोच पाते कि कुछ ही मिनटों में फिर से 40 हजार की निकासी का एसएमएस आया. तब तक एटीएम कार्ड को लॉक नहीं किया गया था. कुछ मिनटों के बाद फिर से 40 हजार की निकासी का एसएमएस आया. अभी यह सिलसिला थमा नहीं था और कुछ देर बाद मौर्यालोक की एक दुकान से 12,294 रुपये के कपड़े खरीदने का एसएमएस आया. इसके बाद उनका कार्ड लॉक किया गया, तब जाकर निकासी रुकी. इसके बाद मो मसीदुज्जमा की शिकायत पर गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज कराया गया.
दो युवकों ने निकाले पैसे
इस घटना को दो युवकों ने अंजाम दिया था. पैसे की निकासी के बाद एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज को खंगाला गया. इसमें दो युवकों द्वारा इस घटना को अंजाम देने की पुष्टि हुई है. वीडियो फुटेज में यह स्पष्ट दिख रहा है कि मो मसीदुज्जमा पैसा निकालने के लिए एटीएम में गये और कार्ड डाल कर पैसा निकालने का प्रयास किया. पैसे नहीं निकले, तो उन्होंने अपने ट्रांजेक्शन को कैंसिल कर दिया. लेकिन, उनका कार्ड बाहर नहीं निकला. इसके बाद वे बैंक मैनेजर को घटना की जानकारी देने के लिए वहां से निकल गये. उनके निकलते ही दो युवक एटीएम के अंदर घुसे और कार्ड को निकाल लिया. वीडियो फुटेज में यह भी दिख रहा है कि जब मो मसीदुज्जमा पैसा निकालने का प्रयास कर रहे थे, तो दो युवक एटीएम के गेट पर खड़े थे और उनके गोपनीय पिन डालने के दौरान काफी गौर से देख रहे थे. उन युवकों ने एटीएम के अंदर पिन फंसा दिया था, जिसके कारण मो मसीदुज्जमा का कार्ड बाहर नहीं निकल पाया और जब वे बाहर निकले तो उन लोगों ने पिन हटा कर एटीएम को निकाल लिया था.
एसएसपी से लगायी गुहार
गर्दनीबाग थाने में दो जुलाई को प्राथमिकी दर्ज तो हुई, लेकिन इस घटना को अंजाम देने में शामिल दोनों युवक पकड़े नहीं गये. उन युवकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मो मसीदुज्जमा सोमवार को एसएसपी मनु महाराज के पास पहुंचे.