पटना: यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की कंकड़बाग शाखा के बैंक मैनेजर और एजेंट ने मिल कर छह लाख रुपये की ठगी की है. ये रुपये दो करोड़ रुपये लोन देने के नाम पर लिये गये. लेकिन न तो लोन ही पास हुआ और न ही पैसे लौटाये गये.
ठगी के शिकार बिल्डर वारिस अली ने कोतवाली थाने में दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. मंगलवार को एजेंट को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
बिल्डर वारिस अली का डाकबंगला चौराहे पर एसएच केजीएम के नाम से ऑफिस है. वह लोन के लिए जनवरी में उक्त शाखा में गये थे. वारिस का आरोप है कि जब वह बैंक मैनेजर ओपी देव से लोन की बात कर रहे थे, तो उन्होंने बगल में बैठे युवक से परिचय कराया था और कहा कि यह बेगूसराय के आनंद हैं, यह मेरे बैंक के एजेंट हैं. बैंक मैनेजर ने स्टंप पेपर और लीगल एडवाइज के लिए फीस सहित अन्य कागजात के लिए एजेंट से संपर्क करने के लिए कहा. दस्तावेज तैयार कराने के लिए उन्होंने एजेंट को पैसा देने के लिए कहा था.
तीन किस्तों में दिये रुपये : वारिश अली का कहना है कि उन्होंने जनवरी, फरवरी और मार्च माह में कई किस्तों में कुल 6 लाख रुपये दिये हैं. सभी रुपये कंपनी के बैंक एकाउंट के नाम पर चेक से दिये हैं. पैसा देने के बाद लोन नहीं दिया गया. जब उन्होंने एजेंट को खोजना शुरू किया, तो वह बहाने बनाने लगा. इस पर वारिस अली ने कोतवाली थाने में आवेदन दिया. पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज किया है. मंगलवार को पुलिस ने आनंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है तथा बैंक मैनेजर की तलाश कर रही है.