पटना : राज्य में मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजनाओं में शामिल मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना में वर्ष 2018-19 के दौरान लक्ष्य से अधिक आवेदन आये. उनमें से जिन लाभुकों को उनके बैंक खाते में सहायता राशि दी गयी, वह भी लक्ष्य से अधिक है. ऐसे में अगले वर्ष 2019-20 के लिए इस योजना का लक्ष्य और बजट बढ़ाकर तीन अरब रुपये कर दिया गया है.
योजना एवं विकास विभाग के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना में वर्ष 2018-19 के लिए राज्य सरकार ने दो अरब पचासी करोड़ रुपये का प्रावधान रखा था. वहीं एक अप्रैल से 2018 से 31 जनवरी, 2019 तक केवल दस महीने में ही इस योजना के तहत आवेदकों को दो अरब नब्बे करोड़ सात लाख रुपये का भुगतान किया गया. ऐसे में तय लक्ष्य से पांच करोड़ सात लाख रुपये अधिक राशि बांटी गयी. इस योजना का लाभ पाने वाले तीन लाख चालीस हजार आवेदक हैं, जबकि कुल चार लाख चौबीस हजार आवेदकों ने आवेदन किया था. मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना में 20 से 25 वर्ष के इंटर पास छात्रों को दो वर्ष तक रोजगार खोजने के लिए प्रतिमाह एक-एक हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है. स्वरोजगार, निजी नौकरी, उच्चतर शिक्षा हासिल करने वालों को यह भत्ता नहीं दिया जाता है. चयन के लिए जिलों में बने निबंधन सह परामर्श केंद्रों पर आॅनलाइन भी आवेदन लिये जाते हैं.