पटना : राजद के विधान पार्षद सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे करीब 64 वर्ष के थे. राजद की टिकट पर अप्रैल 2018 में उन्हें बिहार विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित किया गया था. शुक्रवार की दोपहर अपने आवास पर नमाज पढ़ते वक्त सीने में तकलीफ हुई. परिजन उन्हे निजी अस्पताल ले गये, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शनिवार को उनका बिहारशरीफ में राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा. सीएम नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने सैयद खुर्शीद मोहसिन के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है. सीएम ने कहा कि सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन एक राजनेता और समाजसेवी थे. उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति मो हारूण रशीद, विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भी राजद विधान पार्षद के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है. विधान पार्रूाद के निधन की खबर मिलने के बाद विधान परिषद परिसर में कार्यकारी सभापति की अध्यक्षता में एक शोक सभा आयोजित की गयी जिसमें सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. इसके बाद विधान परिषद में अवकाश घोषित कर दिया गया.
वहीं, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर अपनी संवेदना व्यक्त की. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिख- ”राष्ट्रीय जनता दल के सम्मानित विधान पार्षद सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन साहब के आकस्मिक निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.”
राष्ट्रीय जनता दल के सम्मानित विधान पार्षद सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन साहब के आकस्मिक निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट करता हूँ। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 11, 2019
मोहम्मद मोहसिन को ‘कृषि मंत्री’ बुलाते थे लालू यादव
बिहारशरीफ जिले के रहने वाले मोहसिन साहब के यहां बड़े पैमाने पर सब्जियों की खेती होती थी और वो बिहारशरीफ से लालू यादव के लिए ताजी सब्जियां लाया करते थे. पटना में लालू यादव के खेतों की देखरेख भी उन्हीं के जिम्मे थी और यही वजह थी कि लालू यादव मोहम्मद मोहसिन को प्यार से ‘कृषि मंत्री’ बुलाया करते थे.
सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन के लालू यादव के साथ बेहद ही घनिष्ठ पारिवारिक रिश्ते थे, जनता दल के समय से ही दोनों एक-दूसरे के करीबी रहे हैं. लालू यादव जब अपनी राजनीति की शुरुआत कर रहे थे, उस समय भी मोहसिन साहब उनके साथ थे. यूं तो उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा लेकिन वो हमेशा ही राजनीति में सक्रिय रहे. मोहसिन साहब को राजनीति विरासत में ही मिली थी, उनके पिता वसीउद्दीन अहमद कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधायक चुने गये थे. पार्टी नेताओं के मुताबिक पहले जनता दल और फिर आरजेडी से जुड़ने के बाद वो हमेशा पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे.