पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव शुक्रवार को बिहार विधानसभा के मौजूदा शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन में दिखाई दिये. प्रदेश के वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक तेज प्रताप ने तीन नवंबर को तलाक के लिए अर्जी दी थी. पत्नी ऐश्वर्या से तलाक मामले को लेकर करीब 27 दिनों तक पटना से बाहर रहे पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव विधानमंडल शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन विधानसभा पहुंचे. सफेद धोती, कुर्ता व क्रीम कलर की बंडी के साथ गले में तुलसी की माला व माथे पर लाल चंदन का टीका उनके व्यक्तित्व की अलग पहचान दे रहा था.
सुबह 11 बजे विधानसभा पहुंचने के साथ ही तेज प्रताप किसी से बातचीत किये बगैर सदन के अंदर चले गये. लेकिन, पहला सत्र महज चार मिनट चलने की वजह से उनको अधिक बोलने का मौका नहीं मिल पाया. इस दौरान ऐसी उम्मीद थी कि वो सदन में अपने भाई तेजस्वी से जरूर मिलेंगे. लेकिन, यहां भी परिवारवालों को निराशा ही हाथ लगी. यहां तक कि विधानसभा में मां राबड़ी भी मौजूद थीं पर तेज प्रताप उनसे भी नहीं मिले.
खास बात ये रही कि पहले सत्र में तेज प्रताप की मौजूदगी के दौरान विधानमंडल परिसर में उनके छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और ससुर चंद्रिका राय नहीं दिखे. तेजस्वी यादव और चंद्रिका राय दूसरे सत्र में शामिल होने विधानसभा पहुंचे तो उस वक्त तेज प्रताप सदन के अंदर मौजूद नहीं थे.
बाहर निकलने पर पत्रकारों द्वारा घेर कर सवाल पूछे जाने पर तेज प्रताप ने कहा कि बिहार में बवाल मचा हुआ है. मेरी पार्टी के लोग जनता का सवाल उठा रहे हैं. सरकार की खामियों को उजागर किया जा रहा है. जब तेज प्रताप से घर नहीं जाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साधते हुए हाथ जोड़ लिया. तेज प्रताप ने वैवाहिक विवाद के बारे में पूछे गये किसी भी सवाल का जवाब देने से इन्कार कर दिया. मालूम हो कि पटना में होने के बावजूद तेज प्रताप अपने घर यानी राबड़ी आवास नहीं गये हैं. गुरुवार को भी कोर्ट में तलाक मामले की सुनवाई के बाद वे रात को किसी दोस्त के यहां ठहरे.