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पटना मेट्रोपोलिटन एरिया के जोनल व एरिया डेवलपमेंट प्लान को लेकर कल होगा एमओयू
पटना : सूबे की नगरीय सेवाओं के विकास में नगर विकास एवं आवास विभाग देश की नामचीन तकनीकी संस्थानों का सहयोग लेगी. पटना मेट्रोपोलिटन एरिया में मास्टर प्लान के तहत जोनल डेवलपमेंट प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी आईआईटी रुड़की जबकि एरिया डेवलपमेंट प्लान की जिम्मेदारी पर्यावरण व तकनीक पर काम कर रही अहमदाबाद की प्रसिद्ध […]
पटना : सूबे की नगरीय सेवाओं के विकास में नगर विकास एवं आवास विभाग देश की नामचीन तकनीकी संस्थानों का सहयोग लेगी. पटना मेट्रोपोलिटन एरिया में मास्टर प्लान के तहत जोनल डेवलपमेंट प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी आईआईटी रुड़की जबकि एरिया डेवलपमेंट प्लान की जिम्मेदारी पर्यावरण व तकनीक पर काम कर रही अहमदाबाद की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी सेप्ट उठायेगी.
नमामि गंगे से संबंधित सिवरेज योजनाओं की थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन का जिम्मा आईआईटी पटना को मिलेगा. इसके साथ ही किफायती आवास एवं मलिन बस्ती के पुनर्विकास में इंटरनेशनल फिनांस कॉरपोरेशन जबकि पॉलिसी मॉटिवेशन व अर्बन एडमिन्सस्ट्रेशन के लिए पटना के डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीच्युट की सेवाएं ली जायेंगी. इन संस्थाओं के साथ नगर विकास एवं आवास विभाग शनिवार को मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन करेगा.
तीन साल में पंद्रह जोनल डेवलपमेंट प्लान होंगे तैयार
पटना मास्टर प्लान के अनुरूप शहर के विकास के लिए इसे पंद्रह जोन में बांट कर जोनल डेवलपमेंट प्लान तैयार किये जायेंगे. इसमें जोन विशेष की आवश्यकता के अनुरूप विकास योजना व स्कीम चलायी जायेगी. विभाग ने अर्बन प्लानिंग में विशिष्ट स्थान रखने वाले आईआईटी रुड़की को पटना महानगर क्षेत्र का मास्टर कंसलटेंट मनोनीत किया है. इसके साथ ही पटना मास्टर प्लान में ग्रिड आयरन रोड पैटर्न से घिरे 100 से 200 हेक्टेयर के नये क्षेत्रों को एरिया डेवलपमेंट स्कीम के रूप में सीमांकित कर विकसित करने की योजना बनायी है. यह प्लानिंग टूल लैंड पुलिंग स्कीम पर आधारित है. गुजरात व महाराष्ट्र में इसी टाउन प्लानिंग स्कीम से विकास किया गया है.
किफायती आवास परियोजनाओं का विकास करेगा आईएफसी : विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक आईएफसी (इंटरनेशनल फिनांस कॉरपोरेशन) किफायती आवास परियोजनाओं के विकास हेतु प्री-फिजिबिलिटी और फिनांसियल वायब्लिटी एनलाइसिस तथा भूखंडों के चयन में सहायता करेगी. सभी प्रावधानों का ध्यान में रखते हुए डेवलपमेंट मॉडल तैयार किया जायेगा. इसी तरह, डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीच्युट नगरपालिका कर्मचारियों की सेवा शर्तों व नियम के साथ ही नये कैडर की नियुक्ति- भर्ती नियम, नगर राजस्व का विस्तार पर नीति तैयार करने आदि का काम करेगी.
आईआईटी पटना रखेगी नमामि गंगे परियोजनाओं पर नजर : आईआईटी पटना को नमामि गंगे परियोजनाओं पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी है. थर्ड पार्टी इंस्पेक्टर के तौर पर आईआईटी पटना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व सीवरेज नेटवर्क आदि परियोजनाओं की तीन चरण (कार्य प्रारंभ होने के पूर्व, प्रारंभ होने के बाद और कार्य पूरा होने पर) के कार्य की समीक्षा करेगी और उसकी रिपोर्ट विभाग को सौंपेगी.
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