पटना सिटी: वार्ड नंबर 72 के आधा दर्जन से अधिक मुहल्ले में तीन दिनों से फैली डायरिया का कहर मंगलवार को कायम रहा. बीमारी से पीड़ित चार मरीजों को उपचार के लिए लाया गया, इनमें तीन बच्चों की स्थिति गंभीर देख बेहतर उपचार के लिए सबलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया.
सोमवार की रात को भी बीमारी से पीड़ित चार बच्चों को उपचार के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भरती कराया गया. अब तक बीमारी से पीड़ित 42 मरीजों का उपचार किया गया है. इधर, एसडीओ त्याग राजन एसएम ने स्थल का निरीक्षण किया.
इन मरीजों का हुआ उपचार : बीमारी से पीड़ित मरीजों में मंगलवार को नुरपूर के ढाई वर्षीय आयुष, चार वर्ष के शिवम, कटरा बाजार पंचमुखी की छह वर्षीय ललन चौधरी व रिकाबगंज के सूरज साव को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र , नुरपूर से सबलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. डॉ विनय कुमार सिंह, बीके साहू, शीला कुमारी व सविता कुमारी ने बताया कि सोमवार की रात को भी केंद्र में आनेवाले मरीजों का उपचार किया. हालांकि स्थिति गंभीर होने पर सोमवार की रात को ही शरीफागंज निवासी पवन कुमार , चंदा कुमारी , चांदनी व अमन को बेहतर उपचार के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया. इधर , गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में बीमारी से पीड़ित दो वर्ष की बख्तियारपुर निवासी आशा कुमारी को उपचार के लिए भरती कराया गया है.
चल रहा मरम्मत का कार्य : दूषित पानी से फैली बीमारी के बाद एसडीओ त्याग राजन एसएम ने पीड़ित मुहल्लों में निगम के कार्यपालक पदाधिकारी को आदेश देकर पानी का टैंकर भेजवाया. वहीं , जल पर्षद के सहायक अभियंता विनोद कुमार तिवारी के साथ मेकैनिकल गैंग को भेजा, जिसने पाइप लाइन में लिकेज के मरम्मत का काम शुरू किया है. एसडीओ ने पीड़ित मुहल्लों का भ्रमण किया और आवश्यक निर्देश स्वाथ्यकर्मियों को दिये. बताते चलें कि दीदारगंज व शहादरा बोरिंग पंपों से पानी की आपूर्ति पीड़ित मुहल्ले में होती है, लेकिन पाइप लाइन जजर्र व पुराने होने के कारण कई जगह से फट गया है. पानी में नाले का पानी मिल जा रहा है. एसडीओ पीड़ित मुहल्ले ने कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराने व पूरे वार्ड में सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया है.