पटना: हिमांशु व प्रियांशु को मौसी व मामी की गोद में बैठे पड़ोसियों ने देखा, तो उनके मुंह से यही निकला कि दोनों बच्चे अब कहां रहेंगे. दोनों के सिर से एक साथ मां व पिता का साया उठ गया. आठ साल के हिमांशु को तो घटना के बारे में कुछ-कुछ समझ में आ रहा था, लेकिन चार साल का मासूम प्रियांशु बार-बार अपनी मां से मिलने की जिद कर रहा था.
उसे यह भी एहसास नहीं था कि अब उसके मम्मी व पापा इस दुनिया में नहीं रहे. मामा शिशु का कहना था कि अगर शनिवार की शाम वे दोनों बच्चों को अपने घर नहीं ले जाते, तो इन दोनों की भी हत्या हो जाती है. उसने भगवान को धन्यवाद देते हुए कहा कि दोनों बच्चे बच गये. इन्हें वह खुद अपने माता-पिता की तरह पालेगा.
प्रेम सिंह हत्याकांड : शराब करोबारी प्रेम सिंह की हत्या 10 मई, 2012 की रात अपराधियों ने कर दी. उसका शव कुम्हरार पार्क के समीप रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया था. प्रेम सिंह साकेत गुप्ता हत्याकांड का आरोपित था. साकेत हत्याकांड की गुत्थी तो पुलिस ने सुलझा ली लेकिन प्रेम सिंह हत्याकांड में वह फिसड्डी साबित हुई. कहा जाता है कि राजनीतिक दबाव के कारण ही पुलिस इसे सुलझाने में दिलचस्पी नहीं ले रही है.
संगीता हत्याकांड : हाइकोर्ट की वकील संगीता सिन्हा की रहस्यमय तरीके से हत्या उनके फ्लैट में ही कर दी गयी. उनका शव 20 जून, 2012 की दोपहर पुलिस ने अशोक सिनेमा हॉल के समीप वैभव अपार्टमेंट के फ्लैट से बरामद किया था. इस हाइप्रोफाइल मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने काफी हाथ-पैर मारे. कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. नतीजा फिर भी सिफर. गौरव
लॉज कांड : गोरियाटोली स्थित गौरव लॉज में 22 साल के एक युवक की हत्या कर दी गयी. उसका शव कोतवाली पुलिस ने 6 जुलाई, 2012 की सुबह बरामद किया था. घटना के एक दिन पहले युवक के साथ एक अधेड़ आकर ठहरा था. हत्या कर वह फरार हो गया. हत्यारे को पकड़ने की बात तो दूर, पुलिस अब तक मारे गये युवक की पहचान भी नहीं कर पायी है.