पटना : अगर आपको चोट लगने, हादसा होने जैसी स्थिति में भी आंखों में आंसू न आये, तो यह एक गंभीर बीमारी हो सकती है. इसे ड्राई आई कहते हैं, जिसमें रोशनी जाने तक का भी खतरा रहता है.
इस बीमारी में आंसू सूख जाने के साथ ही पलक झपकाने में भी तकलीफ महसूस होती है. जलन, चुभन और पढ़ने में परेशानी होने पर तत्काल आंखों को लेकर सावधान हो जाना चाहिए. ये कहना हैं कोलकाता से आये डॉ स्वपन सामंत व शहर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील कुमार सिंह का.
दरअसल एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ऑप्थोमोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया की ओर से एक दिवसीय एनुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. फ्रेजर रोड स्थित एक होटल में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया.
अगले माह से सभी मेडिकल कॉलेजों में आई बैंक की सुविधा : अपने उद्घाटन भाषण में स्वास्थ्य मंत्री मंगल ने कहा कि पीएमसीएच सहित सूबे के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अगले महीने से आई बैंक कीसुविधा मिलने जा रही है. ऐसे में अब कॉर्निया ट्रांसप्लांट से जुड़े मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
समय पर उनकी आंखों का प्रत्यारोपण हो सकेगा. साथ ही उन्होंने नेत्रदान को बढ़ावा देने की बात कही. उन्होंने कहा कि नेत्रदान के प्रति लोगों में तेजी से जागरूकता आ रही है, लेकिन इसे और अधिक बढ़ाने की जरूरत है.
