पटना: पटना से मुगलसराय और हावड़ा रूट पर ट्रैक क्षमता से अधिक ट्रेनें दौड़ रही हैं. इस रूट पर डबल रेल लाइन भी ट्रेन के सुचारु परिचालन से कम पड़ रहा है. ट्रैक मानक की क्षमता के सापेक्ष ट्रेनों की संख्या इस रूट पर दोगुनी है. यही कारण है कि स्टेशन के आउटर पर ही ट्रेनों की स्पीड थम जा रही है. लगातार ट्रेनें लेट हो रही हैं और परिचालन की मॉनीटरिंग भी बेहद कमजोर साबित हो रही है.
हर दिन 250 से अधिक ट्रेनों का परिचालन : पटना जंकशन से प्रतिदिन 250 से अधिक गाड़ियों का परिचालन हो रहा है. अनुमान के मुताबिक करीब 3 लाख यात्री यहां से रोज यात्र करते हैं. विभागीय जानकारों की माने तो मौजूदा दोहरा रेल खंड की क्षमता करीब 120 ट्रेनों की है. क्षमता से अधिक ट्रैक पर ट्रेन होने के कारण ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हो रहा है. पिछले एक हफ्ते के ट्रेन परिचालन पर नजर डालें, तो दिल्ली से इलाहाबाद व मुगलसराय रूट से आने वाली ट्रेनें लगातार लेट हो रहीं हैं. श्रमजीवी, मगध, कुर्ला, विक्रमशिला व गरीब रथ समेत अन्य ट्रेनें रोजाना लेट आ रही हैं. इसके अलावा ऑपरेटिंग विभाग में कर्मचारियों की कमी के कारण भी कार्य प्रभावित हो रहा है.
निर्माण कार्य के कारण लेट हो रही थी ट्रेन : पिछले दिन इलाहाबाद में ट्रैक पर हो रहे कार्य के कारण ट्रेनों का परिचालन प्रभावित था. वहीं, मुगलसराय में ट्रैक पर हो रहे कार्य के दौरान जेसीबी से सिगनल केबल कट गये थे. इसकी वजह से मुगलसराय से ही ट्रेन लेट आ रही थी. हालांकि अब यह समस्या खत्म हो गयी है, लेकिन दानापुर मंडल में सही मॉनीटरिंग नहीं होने से ट्रेनें लेट हो रही हैं.