पटना सिटी: ऊमस भरी गरमी में डायरिया -पीलिया का प्रकोप बढ़ गया है. बीमारी से पीड़ित एक दर्जन से अधिक रोगियों का उपचार नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल व गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में चल रहा है. साथ ही निजी क्लिनिक में भी मरीजों की भीड़ जुट रही है. स्थिति यह है कि अस्पताल में बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए पर्याप्त दवा की सुविधा नहीं मिल पा रही है.
श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में भी बीमारी से पीड़ित दस मरीजों को भरती किया गया. इसमें महताबी देवी, अभिषेक, सुन्नी, फुलमतिया देवी, शिया कुमार, सोनू, शानू देवी, विलोक देवी, रामवृक्ष प्रसाद व नौशाद शामिल हैं. इसी प्रकार से नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो दिनों के अंदर बीमारी से पीड़ित आधा दर्जन मरीजों को इमरजेंसी विभाग में भरती कराया गया.
निजी क्लिनिक में भी लगातार मरीज आ रहे हैं. इधर, दूषित पेयजलापूर्ति के कारण भी लोग डायरिया, पीलिया व अन्य बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. अनुमंडल के कई मुहल्लों में पेयजल संकट कायम रहने के कारण लोग कुएं व चापकल का पानी पीने को विवश हैं. यह पानी शुद्ध नहीं होता है, इसके कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं.