पटना : राजकीय मध्य विद्यालय, सलेमपुर डुमरा का हाल बदतर होता जा रहा है. वेटनरी कैंपस में बने छह जजर्र कमरों में संचालित इस स्कूल में 348 बच्चे हैं. यहां कहने के लिए दरवाजे तो हैं, पर खिड़कियां गायब हैं. स्थिति ऐसी कि न दरवाजे बंद होते हैं और न ही खिड़कियां. स्थिति इतनी खराब है कि बच्चों को सीढ़ी के शेड में पढ़ना पड़ रहा है.
विद्यालय में पेयजल की भी काफी किल्लत है. चुनाव के नाम पर बिजली दी गयी, लेकिन पंखे के अभाव में गरम हवा के थपेड़े बच्चों को परेशान कर रहे हैं. कुछ ऐसी ही स्थिति है गर्दनीबाग स्थित आदर्श मध्य विद्यालय की. यहां चार कमरे हैं. यहां नामांकित बच्चों की संख्या 250 है, जो गरमी की वजह से घट कर 220 हो गयी है. यहां न तो बिजली है और न ही पेयजल. एक चापाकल है भी, तो वह माह भर से खराब. इसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है.