झांसे में आ गया व्यवसायी, नोट्रेडेम में कराना चाहता था नामांकन
पटना : बच्चों के नामी-गिरामी स्कूलों में एडमिशन के लिए अभिभावक कुछ भी करने को तैयार हैं. इसके लिए उन्हें चाहे कितना भी खर्च करना पड़े या पापड़ बेलना पड़े. बस उनके लिए एक सूत्री कार्यक्रम रहता है कि किसी तरह उनके बच्चों का एडमिशन नोट्रेडम, लोयला, संत माइकल, संत जोसेफ, माउंट कार्मेल जैसे स्कूलों में हो जाये. ऐसे ही एक अभिभावक जालसाजों के चंगुल में फंस गये और अपनी मेहनत की कमाई का 60 हजार गंवा बैठे.
उन्होंने दो बार में हनुमान नगर के सिंडिकेट बैंक से 30-30 हजार रुपये जालसाजों के एकाउंट में डाल दिया. लेकिन पैसे डालने के बाद जब अगले दिन एडमिशन कराने के लिए फोन करना चाहा, तो जालसाजों के फोन का स्विच ऑफ मिला. अभिभावक अभिनव भूषण (बोरिंग रोड) अब तक समझ चुके थे कि उन्हें जालसाजों ने बेवकूफ बनाया है.
वे प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए श्रीकृष्णापुरी थाने पहुंचे, चूंकि उन्होंने हनुमान नगर स्थित सिंडिकेट बैंक से पैसे को जालसाज के एकाउंट में डाला था, इसलिए उन्हें पत्रकार नगर थाने में मामला दर्ज कराने की सलाह दी गयी. बाद में पत्रकार नगर पुलिस ने केस दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
बसचालक ने दिया था आश्वासन
भिनव भूषण व्यवसायी हैं और वे काफी दिनों से अपनी बेटी के एडमिशन के लिए परेशान थे. कई नामी-गिरामी स्कूलों में बेटी को परीक्षा दिलायी, साक्षात्कार कराया, लेकिन कहीं सफलता नहीं मिली. उनकी बेटी बुद्धा कॉलोनी में एक निजी स्कूल में अभी पढ़ रही है. उन लोगों की इच्छा थी कि बेटी का एडमिशन किसी बड़े स्कूल में हो. इसके लिए उनकी पत्नी भी बराबर नोट्रेडम स्कूल की मांटेसरी कक्षा में एडमिशन को लेकर सिस्टर से मिलने जाती थी. अप्रैल माह में ही पत्नी की मुलाकात उसी स्कूल के मिनी बसचालक सिंह जी से हुई. उनसे जब उन्होंने एडमिशन के संबंध में चर्चा की, तो उन्होंने हामी भर दी और उनका मोबाइल नंबर ले लिया. अचानक ही कुछ दिनों बाद जतिन नामक एक व्यक्ति ने फोन कर उन्हें जानकारी दी कि उन्हें सिंह जी से आपका नंबर मिला है और वे लोग एडमिशन कराने की व्यवस्था कर रहे हैं.
जतिन नामक युवक ने किया था कॉल
अभिनव भूषण ने बताया कि जतिन ने उन्हें मोबाइल से कॉल कर बताया कि उनकी बेटी का एडमिशन हो जायेगा, इसके लिए 60 हजार खर्च करने होंगे. व्यवसायी के तैयार होने पर उनके मोबाइल पर किसी सुनील कुमार का एकाउंट नंबर मैसेज किया. इसके बाद इस बात की भी जानकारी दी कि वे सिंडिकेट बैंक हनुमान नगर से ही उस एकाउंट में पैसे डालेंगे.
इसके बाद अभिनव ने उस बैंक से पांच व सात मई को 30-30 हजार रुपये सुनील के एकाउंट पर डाल दिये. लेकिन, आठ मई को जब एडमिशन के संबंध में बात करना चाहा, तो जालसाजों के मोबाइल का स्विच ऑफ मिला. इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क कर जानकारी दी.