पटना : इंटेक्स टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के टेरिटरी मैनेजर ओमप्रकाश (27) की खुदकुशी का मामला कुछ और तो नहीं? परिजनों ने जिस तरह के आरोप कंपनी के आरएम बच्चन व अन्य पर लगाया है, उस संबंध में कोई सुराग या साक्ष्य अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. सूत्रों की मानें, तो कंपनी के अभिषेक ने ओमप्रकाश की अनुशंसा की थी और आरएम बच्चन ने ही उसकी नौकरी को अंतिम रूप दिया था.
ऐसे में पुलिस के समक्ष यह सवाल उठ रहा है कि जिस व्यक्ति ने उसे नौकरी दी, वह अब क्यों परेशान कर रहा था? पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि ओमप्रकाश द्वारा टारगेट पूरा नहीं किये जाने के कारण उसे कंपनी की ओर से परेशान किया जा रहा था. लेकिन, अनुसंधान में यह बात सामने आयी है ओमप्रकाश ने अपना टारगेट पूरा कर लिया था.
इन सभी बिंदुओं पर फिलहाल पुलिस जांच कर रही है. हालांकि वह अभी इस बिंदु पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. पत्रकार नगर पुलिस इस मामले का अनुसंधान कर रही है और जांच के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है. पुलिस के अनुसार मामले में जिन-जिन लोगों के नाम आये हैं, उनसे पूछताछ की जायेगी. मालूम हो कि शुक्रवार की देर रात ओमप्रकाश ने अपने फ्लैट में खुदकुशी कर ली थी.
उन्होंने पंखे में गमछे से फांसी का फंदा बनाया था और उसमें झूल गया था. शनिवार की सुबह जब उनकी पत्नी सुनीता उठी और दूसरे कमरे में गयी, तो उसे घटना की जानकारी हुई. वह पहले अपनी पत्नी और बच्चे के साथ ही सोया था, लेकिन उन लोगों के सो जाने के बाद उठा और दूसरे कमरे में जाकर खुदकुशी कर ली.