पटना: झारखंड में पदस्थापित इंजीनियर केसी सिंह, बिल्डर कमल भूषण व कारोबारी डीएनएल शाहदेव की चल व अचल संपत्ति के मूल्यांकन में आयकर विभाग जुटा है. इंजीनियर केसी सिंह ने आयकर विभाग के समक्ष करीब दस करोड़ रुपये की आयकर चोरी की बात स्वीकारी है. विगत दो दिनों से सभी ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी चल रही थी.
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिल्डर कमल भूषण के ठिकानों से आयकर की टीम को जमीन के ढाई सौ से अधिक डीड मिले हैं, जबकि यह बिल्डर चार-पांच साल पहले ही जमीन की खरीद-बिक्री के कारोबार से जुड़ा है. बाद में उसने अपार्टमेंट बनाने का भी काम शुरू किया. उसने एक बड़ी पूंजी जमीन में निवेश कर रखी है. सारी जमीन रांची में खरीदी गयी है और खरीद का सारा हिसाब कच्चे कागज पर चल रहा था. उसने आयकर विभाग के समक्ष 25 करोड़ रुपये भी सरेंडर किये हैं.
दो कंपनियां हैं बिल्डर के पास : बिल्डर कमल भूषण के पास दो कंपनियां हैं. एक कंपनी में कारोबारी शाहदेव का भी पार्टनरशिप है. शाहदेव के रांची स्थित आवास की तलाशी में आयकर विभाग को 17 लाख रुपये नगद मिला है. छापेमारी में आयकर विभाग को तीनों के ठिकानों से 71 लाख रुपये नकद मिले हैं. इधर, इंजीनियर केसी सिंह के ठिकानों से मिली करोड़ों की संपत्ति का भी कोई हिसाब नहीं मिल रहा है. केसी सिंह ने अपने पिता,पुत्र और मामा के नाम पर जमीन खरीदी है.