पटना सिटी : मेहंदीगंज गुमटी काठ के पुल मथनीतल निवासी 48 वर्षीय अधिवक्ता सत्येंद्र कुमार की रहस्यमय मौत में गोली मार हत्या किये जाने का मामला उजागर हो गया है. शनिवार की सुबह मेहंदीगंज थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तो सड़क किनारे से दो खोखा व मृत अधिवक्ता की खून लगी टोपी बरामद की. टोपी में छेद था. ऐसे में संभावना है कि बदमाशों ने सिर में सटा कर गोली मार हत्या कर दी थी. पत्नी कौशल्या देवी की ओर से हत्या की प्राथमिकी मेहंदीगंज थाना में दर्ज करायी गयी है.
पुलिस ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी में मृतक सत्येंद्र के भाई अजीत कुमार व उसके तीन पुत्रों व चचेरे भाई सुरेंद्र कुमार के साथ तीन अज्ञात को आरोपित किया गया है. हत्या की वजह जमीन से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है. पत्नी ने बताया कि गौरीचक में भूमि का विवाद चल रहा है, जबकि घर के सटे मथनीतल में ही बंटवारे के दरम्यान एक मकान अधिवक्ता के भाई के हिस्से में आया था. उसी मकान में रहने के लिए शुक्रवार को दो युवक आये थे. युवकों ने बताया कि परीक्षा देने के लिए आये हैं.
परिजनों ने बताया कि घटना के बाद दोनों युवक भी अस्पताल तक साथ आये. इसके बाद मकान में ताला लगा गायब हो गये. पत्नी ने बताया कि एक सप्ताह पहले भाई से जमीन विवाद में झगड़ा हुआ था. परिजनों की मानें, तो घटना से पहले दो युवक बाइक से घर के पास चक्कर काटते दिखे थे. हालांकि, इस मामले में मेहंदीगंज थानाध्यक्ष रामाशंकर ने बताया कि हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर मामले में जांच -पड़ताल की जा रही है.
दूसरी ओर, अधिवक्ता संघ पटना सिटी के अध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा व महासचिव संजय कुमार सिन्हा ने पुलिस से शीघ्र मामले में दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है, नहीं तो संघ आंदोलन करेगा. संघ ने पुलिस की ओर से गुमराह करने के मामले को भी गंभीरता से लिया है. परिजनों ने बताया कि मृतक अधिवक्ता की दो पुत्रियां प्रियांगी व सुषमा कुमारी हैं.