Advertisement
बिहार : बंद होंगी 449 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग, इस बार रेल बजट में मिली पिछले साल से 19% अधिक राशि
पटना : साल 2018-19 के रेल बजट में पूर्व मध्य रेल (ईसीआर) के लिए पिछले साल के मुकाबले इस बार 19 फीसदी अधिक राशि की व्यवस्था की गयी है. पिछले साल यह 3696 करोड़ रुपये थी जबकि इस बार 4407 करोड़ रुपये है. इसमें से यात्री सुविधाओं पर 69.50 करोड़ खर्च होंगे वहीं यातायात सुविधाओं […]
पटना : साल 2018-19 के रेल बजट में पूर्व मध्य रेल (ईसीआर) के लिए पिछले साल के मुकाबले इस बार 19 फीसदी अधिक राशि की व्यवस्था की गयी है. पिछले साल यह 3696 करोड़ रुपये थी जबकि इस बार 4407 करोड़ रुपये है. इसमें से यात्री सुविधाओं पर 69.50 करोड़ खर्च होंगे वहीं यातायात सुविधाओं के लिए 41.37 करोड़ दिये गये हैं. आरओबी और आरयूबी के लिए 141 करोड़, क्रॉसिंग कार्य के लिए 56.67 करोड़, नये रेलवे ट्रैक के लिए 706 करोड़ और पुल संबंधी काम के लिए 75.8 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ है. अगले दो साल में ईसीआर में बड़ी रेल लाईन पर मौजूद 449 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग खत्म कर दिया जायेगा.
पूर्व मध्य रेल के अपर महाप्रबंधक अनूप कुमार ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने माना कि इस समय ईसीआर के रेलवे ट्रैक पर क्षमता से करीब 130 से 140 फीसदी ज्यादा दबाव है. इसके समाधान के लिए अधकारियों ने तीसरी लाइन की आवश्यकता बतायी. इस अवसर पूर्व मध्य रेल के सभी विभागाध्यक्ष, सोनपुर और दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. अपर महाप्रबंधक ने कहा कि ‘संरक्षा सर्वप्रथम‘ नीति को अपनाते हुए भारतीय रेल संरक्षा पर विशेष बल दे रही है.
इसके लिए ‘राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष‘ बनाया गया है. संरक्षा को बढ़ावा देने के लिए फॉग सेफ और ट्रेन प्रोटेक्शन एंड वार्निंग सिस्टम जैसी नवीनतम तकनीकों को प्रयोग में लाया जा रहा है. अगले दो वर्षों में बड़ी लाइनों पर स्थित सभी मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग समाप्त कर दिये जायेंगे. पूमरे की विभिन्न निर्माण परियोजनाओं के लिए करीब 2652 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ है.
– नयी परियोजनाओं की स्वीकृति
ईसीआर के लिए नयी परियोजनाओं की स्वीकृति मिली है. इसके तहत करीब 364 करोड़ खर्च कर पारसनाथ–मधुबन–गिरीडीह में 35 किमी नई रेल लाईन बिछायी जायेगी. दरभंगा–शीशो हॉल्ट को जोड़ते हुये (दरभंगा यार्ड को छोड़कर) 7.64 किमी बाईपास लाइन का दोहरीकरण किया जायेगा. इसपर करीब 130 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही 64.52 किमी में मुजफ्फरपुर–सीतामढ़ी रेल लाइन का विद्युतीकरण होगा. इस पर करीब 80 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 18.67 किमी में दिलदारनगर–तारीघाट रेल लाइन के विद्युतीकरण में करीब 15 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
निर्माणाधीन मुख्य परियोजनाएं
इस समय 11 नई रेल लाइनों पर काम चल रहा है. इसके लिए 605 करोड़ दिये गये हैं. इसमें कोडरमा-रांची और कोडरमा-तिलैया लाइन पर ट्रेनों का आवागमन अगले साल शुरू हो जायेगा. हाजीपुर-सगौली रेलखंड का काम स्थानीय लोगों से जमीन विवाद के कारण रुका है. इसमें राज्य सरकार से सहयोग मांगा गया है. तीन रेल लाईनों का आमान परिवर्तन किया जा रहा है. इस पर करीब 440 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं 14 रेलखंड पर दोहरीकरण किया जा रहा है. इसपर करीब 1495 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
– सुरक्षा बल के लिए बनेगा बैरक
गड़हरा में 18 करोड़ रुपये की लागत से आरपीएसएफ को आवासीय सुविधा देने के लिए निर्माण कार्य हो रहा है. इसके लिए करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये आवंटित हुये हैं. धनबाद मंडल में चार करोड़ की लागत से 17 स्थानों पर आरपीएफ के लिए बैरक बनाये जायेंगे. साथ ही करीब सवा तीन करोड़ रुपये की लागत से आरपीएसएफ के लिए 150 बेड वाले बैरक बनाये जायेंगे.
रेल लाइन बनाने का होगा सर्वेक्षण
महाराजगंज–रतन सराय (वाया–अफ्राड, लद्दी, जामो) 32 किमी रेल लाइन बनाने का सर्वेक्षण किया जायेगा. इस पर करीब आठ लाख खर्च होंगे. दरभंगा–मुजफ्फरपुर के लिए 50 किमी रेल लाइन बनाने के सर्वेक्षण पर साढ़े बारह लाख रुपये खर्च होंगे. चौतरवा–बथवाडीहा–नवलपुर–लौरिया –जोगापट्टी–बेतिया–घोघा–वैशखावा बलथार–मैनाटांड़–भिखनाठोरी में 45 किमी रेल लाइन के लिए सवा 11 लाख रुपये खर्च होंगे. वहीं सासाराम, फुलवारीशरीफ, प्रधानखूंटा, अखरोहा, चिरैला, पौथू, मुगलसराय और पाटलिपुत्र-दानापुर सहित सात स्थानों पर फ्लाईओवर का सर्वेक्षण किया जायेगा. इस पर करीब 77 लाख रुपये खर्च होंगे. बछवारा–समस्तीपुर और गढ़वा रोड में बाईपास बनाने के सर्वेक्षण पर 17 लाख खर्च होंगे.
– माल लदाई में सुविधा: माल ग्राहकों की सुविधा के लिए वित्तीय वर्ष 2017–18 में फतुहा, सासाराम, मुगलसराय, छरही, बेरमो, बनाडाग, कुजूर, राजधर पब्लिक साईडिंग, टोरी पब्लिक साइडिंग, सालाई बनवा, पतरातू, महदिया, सिंदरी मार्शलिंग और नवगछिया सहित कुल 14 स्टेशनों के गुड्स शेड में 24 घंट कार्य चल रहा है.
– एस्केलेटर और लिफ्ट
पूर्व मध्य रेल में विभिन्न स्टेशनों पर कुल 35 एस्कलेटर लगाये जाने हैं जिनमें से अब तक छह एस्कलेटर पटना, धनबाद और मुजफ्फरपुर स्टेशनों पर लगाये जा चुके हैं. इस वित्तीय वर्ष के अंत तक समस्तीपुर, मुगलसराय, गया और पटना स्टेशनों पर नौ एस्कलेटर चालू करने का लक्ष्य है. स्टेशनों पर कुल 34 लिफ्ट लगाया जाना है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement