पटना : कांग्रेस की कमान राहुल गांधी के हाथों में आते ही कांग्रेस एक्शन में आ गयी है. कांग्रेस अब अपनी एकजुटता दिखाते हुए पुराने दिग्गज नेताओं और हासिए पर कर दिये गये नेताओं-कार्यकर्ताओं को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए ‘आमंत्रण यात्रा’ कर रही है. पहले ‘आमंत्रण यात्रा’ की शुरुआत 18 जनवरी से शुरू होनेवाली थी. लेकिन, बिहार में ठंड को देखते हुए इसे 31 जनवरी से शुरू करने का निर्णय किया गया है. कांग्रेस की ‘आमंत्रण यात्रा’ अब 31 जनवरी को चंपारण की धरती से शुरू होगी.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद कांग्रेस बिहार में अपनी पांव जमाने की कोशिश में है. इसी कोशिश में कांग्रेस बिहार में ‘आमंत्रण यात्रा’ कर रही है. क्योंकि, बिहार में राजनीतिक यात्राओं का अपना अलग महत्व है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर राजद नेता व लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव हाल ही में राजनीतिक यात्रा के जरिये लोगों से जुड़ने की पहल कर चुके हैं. वहीं, जदयू से निष्कासित किये जाने के बाद शरद यादव भी बिहार की यात्रा कर अपनी ताकत दिखा चुके हैं.
बिहार में कांग्रेस की ‘आमंत्रण यात्रा’ से पुराने कांग्रेसियों में भी उत्साह देखा जा रहा है. ‘आमंत्रण यात्रा’ के दौरान कांग्रेस नेताओं की नजर दूसरी पार्टियों के असंतुष्ट और हासिए पर कर दिये गये नेताओं-कार्यकर्ताओं पर भी होगी.