Advertisement
जियो टैगिंग के बाद ही मिलेगा शौचालय निर्माण के लाभुकों के एकाउंट में पैसा
पटना : शौचालय निर्माण गड़बड़ी व फर्जीवाड़ा को रोकने एवं पहले से ओडीएफ घोषित वार्डों से मिलने वाली शिकायतों की जांच डीडीसी के नेतृत्व में होगा. लिस्ट के मुताबिक वार्ड के शौचालयों की जांच होगी और निर्माण की गुणवत्ता को भी देखा जायेगा. अगर कमी पायी गयी तो संबंधित अधिकारी से स्पष्टीकरण मांग जायेगा. साथ […]
पटना : शौचालय निर्माण गड़बड़ी व फर्जीवाड़ा को रोकने एवं पहले से ओडीएफ घोषित वार्डों से मिलने वाली शिकायतों की जांच डीडीसी के नेतृत्व में होगा. लिस्ट के मुताबिक वार्ड के शौचालयों की जांच होगी और निर्माण की गुणवत्ता को भी देखा जायेगा. अगर कमी पायी गयी तो संबंधित अधिकारी से स्पष्टीकरण मांग जायेगा. साथ ही अब आगे से बनने वाले शौचालय का पैसा उस वक्त तक लाभुकों के एकाउंट में नहीं भेजा जायेगा जब तक उस शौचालय का जियो टैगिंग नहीं कर दिया जाये. इसके लिए ब्लॉक अधिकारी व वरीय अधिकारी स्थल निरीक्षण करेंगे. उसके बाद जियो टैगिंग किया जायेगा.
गांव में खुले में शौच जाने वालों को रोकेंगे अधिकारी
खुले में शौच से मुक्त वार्ड व गांव में अब भी लाेगों के खुले में शौच जाने की शिकायतें मिल रही हैं. हालांकि इनको रोकने के लिए पहले से ही जीविका व आंगनबाड़ी सेविकाओं की टीम हैं, लेकिन अब डीडीएसी के नेतृत्व में भी एक टीम रहेगी. टीम चौपाल लगाकर जागरूक करेगी.
जियो टैगिंग की प्रक्रिया
इस प्रक्रिया के तहत शौचालय निर्माण का स्थल निरीक्षण किया जायेगा. शौचालय की तस्वीर लाभुक के साथ खींची जायेगी. इसके बाद उस शौचालय को जियो टैगिंग किया जायेगा. उसके बाद इस निर्माण को कोई भी व्यक्ति स्वच्छ मिशन के वेबसाइट पर देख सकता है.
मोबाइल एप से मॉनीटरिंग
शौचालय निर्माण में कोताही नहीं हो, इसको लेकर हर कार्य की मॉनीटरिंग मोबाइल एप के माध्यम से हो रही है. जब तक उस शौचालय का जियो टैगिंग नहीं किया जायेगा, लाभुक को इसके पैसे नहीं मिलेंगे. साथ ही जिन वार्डों को ओडीएफ किया गया है वहां बने शौचालयों का भी निरीक्षण होगा. – डॉ आदित्य प्रकाश, डीडीसी, पटना
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement