पटना: गुरुवार की दोपहर एक बजे एसएसपी कार्यालय में जम कर हंगामा हुआ. एक महिला ने पुलिस पर आरोपित को बचाने का आरोप लगाया. महिला का आरोप था कि एक एसआइ ने शादी के बाद उसे घर से निकाल दिया है. इस मामले में महिला थाने में मुकदमा दर्ज है, लेकिन पुलिस की मिलीभगत से वह आरोपित खुलेआम घूम रहा है. साथ ही उसे जान से मारने की धमकी दी है. इस बात को लेकर वह कई बार एसएसपी व एसपी सिटी से मुलाकात की. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
मंदिर में हुई शादी
फुलवारीशरीफ के आदर्श नगर रोड नंबर दो में रहनेवाली उक्त महिला ने बताया कि जनवरी, 2012 में फतुहा में तैनात एसआइ मुकुल रंजन कुमार सिंह से एक कार्यक्रम में मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों के बीच मुलाकात का सिलसिला चल पड़ा. इस दौरान वह गर्भवती हो गयी. इसके बाद वह मुकुल पर शादी का दबाव डालने लगी. इस पर मुकुल ने 30 जुलाई, 2013 को फुलवारी शरीफ स्थित शिवमंदिर में उससे शादी की. लेकिन, ससुराल में मुकुल ने उसका जबरन गर्भपात करा दिया. इस बात को लेकर दोनों में आये दिन झगड़ा होने लगा. एक दिन मुकुल ने उसे घर से निकाल दिया.
महिला थाने में प्राथमिकी
पीड़िता के अनुसार मुकुल के विरुद्ध सुरक्षा व अधिकारों को लेकर वह महिला थाने में तीन जनवरी 2014 को लिखित शिकायत की. इसके आधार पर मामला दर्ज हो गया. इसे लेकर मुकुल को आठ जनवरी, 2014 को निलंबित कर दिया गया. लेकिन, पुलिस ने मुकुल का पक्ष लेते हुए मामले को प्रभावित करने की कोशिश की.
पीड़िता ने एसएसपी व एसपी सिटी से कई बार मुलाकात की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया कि मुकुल की ओर से उसे और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. मुकुल से जान बचाने की गुहार लगा रही पीड़िता लगातार पुलिस के आलाधिकारियों से मुलाकात की. इसके बाद भी उनकी ओर से केवल कार्रवाई का आश्वासन ही मिलता रहा. इसे लेकर वह चार माह से थानों व कार्यालयों का चक्कर लगा रही थी. लेकिन गुरुवार को उसके सब्र का बांध टूट गया. उसने एसएसपी मनु महाराज के सामने ही पुलिस के खिलाफ बरस पड़ी तथा पुलिसकर्मियों पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगी.
इस बाबत एसएसपी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोप के दिनों में मुकुल कहां था, इस बात की पुलिस जांच कर रही है. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है.